जयपुर. 12 जिलों के 50 निकायों में अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस की बढ़त पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुशी जाहिर की है. सीएम गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि जनता ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों, जनकल्याण के कार्यक्रमों में विश्वास व्यक्त किया है. 50 में से 36 निकायों में कांग्रेस अपना अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत को लेकर कहा कि 50 नगर निकायों के जो नतीजे आए हैं, उससे यह साफ हो गया है कि जनता ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं कार्यक्रमों पर विश्वास व्यक्त किया है. सीएम गहलोत ने कहा कि 50 नगर निकायों में से 36 निकायों में कांग्रेस अपना अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही. वहीं मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 12 निकायों में ही भाजपा अपना अध्यक्ष चुन पाई. 2 निकायों में भाजपा, कांग्रेस को छोड़ निर्दलीय अध्यक्ष बनने में कामयाब रहे.
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उन्होंने इस जीत के लिए सभी कार्यकर्ता, नेताओं को बधाई दी. CM गहलोत ने कहा कि मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीतियों, जनकल्याण के कार्यक्रमों में जनता विश्वास व्यक्त किया है. इन चुनावों में BJP 50 में से 12 बोर्डों तक ही सिमट गई. जनता का समर्थन, आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है. 50 में से 36 निकायों में कांग्रेस पार्टी और दो में निर्दलीय का बोर्ड बनना बेहद सुखद है. इन निकायों में अध्यक्ष पद पर चुने गए सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. सभी के सहयोग से हम प्रदेश में सुशासन और विकास को गति प्रदान करते रहेंगे.
36 बोर्ड पर कांग्रेस का कब्जा
एक दिन पहले ही राजस्थान के 12 जिलों की के नतीजे सामने आए हैं. जिसमें 36 पर कांग्रेस, 12 बीजेपी और 2 पर निर्दलीय ने बोर्ड बनाया है. 50 निकायों में से 28 निकायों में पुरूष और 22 में महिला अध्यक्ष चुनीं गई. ज्यादातर जगह निर्दलीयों के सहयोग से कांग्रेस अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही.
जयपुर में बीजेपी का सूपड़ा साफ
जयपुर जिले की बात की जाए तो यहां भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया. 10 नगरपालिका में से एक भी जगह भाजपा अपना बोर्ड नहीं बना पाई. 9 नगर पालिकाओं में कांग्रेस और 1 नगर पालिका बगरू में निर्दलीय को अध्यक्ष चुना गया. 4 नगर पालिकाओं में निर्दलीयों के सहारे कांग्रेस अपना चेयरमैन बनाने में कामयाब रही. वहीं 5 नगरपालिकाओं में कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत था. इसके अलावा भरतपुर की 8 नगर पालिकाओं में भी भाजपा का सफाया हो गया.
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सभी कार्यकर्ता, नेताओं को भी बधाई एवं धन्यवाद देता हूँ। मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीतियों,जनकल्याण के कार्यक्रमों में विश्वास व्यक्त किया है। इन चुनावों में BJP 50 में से 12 बोर्डों तक ही सिमट गयी है। जनता का समर्थन,आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है।
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दौसा के 3, धौलपुर के 3, करौली के 3 निकायों में भी भाजपा का सूपड़ा साफ रहा. चुनावी नतीजे गहलोत सरकार के लिए खुशखबरी लेकर आए हैं. सरकार अपनी दूसरी वर्षगांठ मना रही है और ज्यादातर शहरी निकायों में अध्यक्ष चुनने में कामयाब रही है. चुनाव से पहले भाजपा, कांग्रेस दोनों ने ही अपने अपने जीत के दावे किए थे लेकिन कांग्रेस अपने अध्यक्ष चुनने में कामयाब रही.