जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 7 दिसंबर को शाम को 7 बजे मुख्यमंत्री निवास पर सत्ता और संगठन की अहम बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में सरकार के सभी मंत्री और संगठन के वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है. सूत्रों की मानें तो सरकार की दूसरी वर्षगांठ के आयोजन को लेकर इस बैठक में चर्चा की जा सकती है.
एक तरफ तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में एक बार फिर सरकार गिराने की साजिश का बयान देकर राजनीतिक हलकों में चर्चाओं के बाजार को गर्म कर दिया. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 7 दिसंबर को शाम को 7 बजे अपने निवास पर सत्ता और संगठन की अहम बैठक बुलाई है. सूत्रों की मानें तो यह अहम बैठक सरकार के 17 दिसंबर 2 वर्ष पूरे होने पर आयोजित होने वाली वर्षगांठ समारोह को लेकर चर्चा की जाएगी.
मुख्यमंत्री निवास पर होने वाली अहम बैठक में प्रदेश के सभी मंत्रियों और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को बुलाया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बुलाई गई इस बैठक के चलते सरकार के मंत्रियों को अपने दौरों में बदलाव करना पड़े हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और गहलोत सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा 6 और 7 दिसंबर को जयपुर से बाहर के दौरे पर थे, लेकिन सीएम गहलोत द्वारा बुलाई गई बैठक के बाद उन्होंने अपने 7 दिसम्बर के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है.
इसी तरीके से अन्य मंत्रियों ने भी अपने 7 दिसंबर के दौरे के कार्यक्रम में बदलाव किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर यह अहम बैठक ऐसे वक्त में बुलाई है. जब प्रदेश में चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश को लेकर एक बार फिर बयान बाजी हो रही है. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज दिन में ही सिरोही के शिवगंज में कांग्रेस कार्यालय के उद्घाटन समारोह के दौरान उन्होंने बीजेपी के केंद्रीय नेताओं पर सरकार गिराने के प्रयास को लेकर बयान दिया था.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र प्रधान राजस्थान में एक बार फिर सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी सरकार गिराने को लेकर बीजेपी के नेता योजनाएं बना रहे हैं. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद में प्रदेश बीजेपी के नेताओं ने एक के बाद एक ने पलटवार किया.
मुख्यमंत्री के बयान के तुरंत बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सरकार पर पलटवार किया तो उसके ठीक बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित तमाम बीजेपी के बड़े नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की निंदा की. सरकार गिराने की साजिश को लेकर चल रही बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अचानक बुलाई गई इस बैठक को लेकर भी सियासी गलियारों में अलग-अलग तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं.