जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुझे मीडिया से चाइना के बारे में बात करनी है. उन्होंने कहा कि 2014 में जब मोदी की सरकार बनी थी, तो अन्य देशों के पीएम को बुलाया जो एक अच्छी शुरुआत है. लेकिन इतने कम समय में ही हमारे पड़ोसी देश हमारे विरोध में आ गए.
सीएम गहलोत ने कहा कि नेपाल से हमारे अच्छे संबंध थे. लेकिन आज वह भी हमारे खिलाफ है. हमारी जमीन को अपनी जमीन बता रहा है. गहलोत ने कहा कि अब इस स्थिति के क्या कारण हैं ये समझ के परे है. साथ ही उन्होंने कहा कि 18 बार मोदी की चाइना के प्रतिनिधियों से बात हुई है और जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो चार बार चाइना गए थे.
पीएम अपनी स्थिति स्पष्ट करें: कांग्रेस
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज तक देश के लोगों को पता नहीं कि चाइना से झड़प में कितने सैनिक शहीद हुए, वास्तविकता में क्या स्थिति है. क्षेत्र की कितनी जमीन पर कब्जा हुआ. उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री का नैतिक दायित्व नहीं है कि वह जनता को स्पष्ट करें.
साथ ही गहलोत ने कहा कि पूरा देश और विपक्षी दल इस मसले में प्रधानमंत्री और सरकार के साथ खड़े हैं. लेकिन कम से कम प्रधानमंत्री इस स्थिति को स्पष्ट करें. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कांग्रेस ने 30 सालों में क्या किया. आज तो आधुनिक भारत है, सैन्य बल हैं, आधुनिक हथियार हैं, प्रधानमंत्री जी ने क्या किया.
उन्होंने कहा कि 70 साल में हम एटॉमिक पावर हैं, मिसाइल हैं, हथियार हैं, सारी चीजें हैं. लेकिन प्रधानमंत्री क्यों हिचक रहे हैं. बॉर्डर पर जिस जगह कंस्ट्रक्शन हुआ है, वह छुपाना क्यों चाह रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि वर्तमान समय में हमारी आर्थिक स्थिति सही नहीं है, बुरे हालात हैं. गहलोत ने कहा कि मैं समझता हूं कि क्या सोचकर चाइना ने ये हरकत की है, इसका विश्लेषण केंद्र सरकार, पीएमओ और विदेश मंत्रालय में होना चाहिए, कि आखिर बिना कारण इतनी बड़ी घटना क्यों हुई.
उन्होंने कहा कि 1962 के युद्ध में कोई साधन नहीं था, तो भी छक्के छुड़ाए. देश जानना चाहता है, पूरी दुनिया जानना चाहती है. गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी को वक्तव्य देने में महारत हासिल है. लेकिन अच्छा वक्ता होना अलग बात है और देश की सुरक्षा अलग बात है. पीएम मोदी को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे विश्व में दोस्ती करके आए लेकिन उनकी पोल खुल गई है.
इंदिरा सरकार ने कम संसाधनों में छुड़ाए थे दुश्मनों के छक्के
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि 1962 के युद्ध में देश के पास कोई आधुनिक साधन नहीं था. बावजूद इसके तत्कालीन सरकार ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे. पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए अलग से बांग्लादेश बना दिया. लेकिन भाजपा के नेता बोलते हैं कि कांग्रेस ने 30 साल देश में क्या किया.
उन्होंने कहा कि आज देश की जनता पूछना चाहती है कि आधुनिक भारत होने के बावजूद जिसके पास परमाणु शक्ति भी है, आधुनिक हथियार भी है, अपार सैन्य बल भी है, तब नरेंद्र मोदी सरकार आखिर जनता के सामने स्थिति स्पष्ट करने में क्यों डर रही है.