जयपुर. स्वतंत्रता दिवस समारोह में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संबोधन में की गई सियासी टिप्पणियों की चर्चा रही. सीएम गहलोत के निशाने पर आज मुख्य तौर पर तो विपक्षी दल भाजपा ही थी, लेकिन उन्होंने इशारों-इशारों में एक बार फिर उस बात को दोहराया कि हर गांव-कस्बे से उनके नाम की आवाज आई थी. उसी के चलते उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया है.
मुख्यमंत्री ने खुद के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाए जाने के बयान का एक बार फिर दोहराव करते हुए कहा कि हर गांव-कस्बे की भावना थी कि मैं तीसरी बार मुख्यमंत्री बनूं. इसलिए हाईकमान ने लोगों की भावनाओं को देखते हुए मुझे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाया. मुझे इस बात का गर्व है कि मेरे दिल में जज्बा है, लोगों की सेवा करने का और लोगों को पारदर्शी व संवेदनशील प्रशासन देना मेरा सपना है.
वहीं, मुख्यमंत्री ने भाजपा की नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के चलते देश के आर्थिक हालात खराब हैं. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी जब शुरुआत में कंप्यूटर लेकर आए तो इसके खिलाफ भाजपा के लोगों ने बैलगाड़ी में बैठकर प्रदर्शन करते थे. भाजपा धर्म के नाम पर सत्ता में बनी रहना चाहती है. वहीं, गुरुवार को राज्यस्तरीय कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नहीं आना भी चर्चा का विषय बना. क्योंकि 26 जनवरी को जब यह कार्यक्रम हुआ था तो उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी कार्यक्रम में मौजूद थे.