जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कृषि कानूनों के वापसी के ऐलान (Agricultural Law Repeal) के बाद कांग्रेस ने शनिवार को पूरे देश में किसान विजय दिवस मनाया. प्रदेश कांग्रेस कमेटी नेजयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर भी किसान विजय दिवस कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी अजय माकन सहित कई मंत्री विधायक और बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे.
कृषि कानूनों की वापस लेने के ऐलान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने इसे किसानों के संघर्ष की जीत बताया.
गहलोत ने कहा कि यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि जब देश का अन्नदाता 1 साल से अधिक समय तक सड़कों पर बैठा रहा. इन कानूनों की काट के लिए राजस्थान विधानसभा से हमने दूसरे कानून बनाएं, जिन्हें राज्यपाल ने अब तक पास नहीं किया लेकिन अब प्रधानमंत्री के कानून वापस लेने के बाद उन कानूनों की कोई आवश्यकता भी नहीं है.
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सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों को कभी खालिस्तानी तो कभी आंदोलनजीवी कहा. जब वो कृषि कानूनों (agriculture laws) की वापसी का ऐलान कर रहे थे तो हर बार लटके- झटके करने वाले प्रधानमंत्री के सारे लटके-झटके गायब थे.
माकन ने कहा-चुनाव को देखते हुए पीएम ने लिया फैसला
वहीं प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब ऑर्डिनेंस के जरिए कानून लाए जा सकते हैं तो फिर उन कानूनों को ऑर्डिनेंस के जरिए ही रद्द क्यों नहीं किया जा सकता. माकन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उपचुनाव की हार से घबराकर यूपी (UP Election 2022) और पंजाब के चुनाव (Punjab Election) को देखते हुए यह निर्णय लिया है.
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने लड़ाई लड़ी है लेकिन यह जीत किसानों की जीत है. कांग्रेस पार्टी की जीत तब होगी, जब वह किसानों को पूरी तरह से न्याय दिलाएगी या फिर वर्तमान सरकार को सत्ता से बेदखल करेगी.