जयपुर. पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार को प्रदेश का मौसम ऐसा पलटा की सड़के खेत वह घर ओलों की चादर से पट गए. प्रदेश के 6 जिलों में ओले और बारिश की वजह है चार लोगों की मौत हो गई थी. वहीं गेहूं और सरसों की फसल खराब हो गई. ओलावर्ष्टि और बारिश से हुए नुकसान पर सीएम गहलोत ने चिंता जताई है.
सीएम गहलोत ने इस संकट की घड़ी में प्रदेश की सरकार किसानों के साथ हैं. ओलावृष्टि से हुए खराबे की जांच करवा कर उन्हें रात प्रदान की जाएगी. गहलोत ने संदर्भ में मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त के साथ बैठक की तुरंत सर्वे का नुकसान का आकलन करने के निर्देश भी दिए.
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प्रदेश के नागौर, झुंझुनू, बीकानेर, गंगानगर, चूरू, सीकर और अलवर सहित कई जिले में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई और उसे गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा. प्रदेश में हुए खराबी के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार देर रात को मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव के साथ बैठक कर खराबे का आंकल करने के निर्देश दिए.
इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के समय में राजस्थान की सरकार किसानों के साथ खड़ी है. सीएम गहलोत ने कहा कि ओलावृष्टि खराबी की जांच करवाने उन्हें रात प्रदान करने के आदेश दे दिए गए हैं. दरअसल प्रदेश के 6 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है जिसके चलते किसानों की गेहूं व सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा है इसके साथ ही 4 लोगों की मौत हो गई है.
इनमें सीकर के नीमकाथाना सुनीता देवी, वहीं बेटे गुरमीत की बिजली गिरने से मौत हो गई. साथ बेटी अंजुला झुलस गई. उसका इलाज जारी है. इसके अलावा अलवर के कोटकासिम में सोनू, नीमराणा में लालू सिंह की भी मौत हो गई है. सरकार ने मृतकों को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का मुआवजा देने की घोषणा कर दी है. प्रदेश में हुई बारिश की वजह से तापमान भी काफी गिर गया है. जयपुर में भी देर रात को ही बारिश की वजह से 5 डिग्री तक पारा गिरा जिससे सर्दी बढ़ गई है.