जयपुर. राजधानी में बुधवार से प्रदेश की कानून-व्यवस्था के ऊपर मंथन होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में होने वाली इस कॉन्फ्रेंस में सभी जिला पुलिस अधीक्षक से जिले की कानून व्यवस्था का फीड बैक लिया जाएगा. पिछले दिनों अलवर में हुए सामूहिक दुष्कर्म, मॉब लिंचिंग और गैंगवार जैसी घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के सभी जिला पुलिस अधीक्षक को फीडबैक देने के लिए बुलाया है.
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक सभी जिला पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिले की कानून व्यवस्था को लेकर प्रजेंटेशन देंगे. इसके अलावा दूसरे दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी जिला पुलिस अधीक्षक के साथ में अलग-अलग मुलाकात करके फीड बैक लेंगे. पुलिस मुख्यालय में 2 दिन तक चलने वाली एसपी कॉन्फ्रेंस की जिम्मेदारी गृह विभाग के पास है.
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दरअसल पिछले दिनों प्रदेश में सामूहिक दुष्कर्म की घटना शेखावाटी में गैंगवार, प्रदेशभर में अपहरण और फिरौती जैसी घटनाओं को लेकर प्रदेश की सरकार पर कानून व्यवस्था बिगड़ी होने के लगातार आरोप लग रहे थे. इन्हीं सब को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिले के एसपी को उनकी जिले की विस्तृत रिपोर्ट के साथ में इस कांफ्रेंस में शामिल होने की दिशा निर्देश दिए गए हैं.
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हालांकि पहले एसपी और जिला कलेक्टर की संयुक्त कॉन्फ्रेंस होने वाली थी लेकिन उसे स्थगित कर दिया गया. क्योंकि पिछले दिनों प्रदेश में अच्छे मानसून की वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सभी जिला कलेक्टर और एसपी को जिला मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए थे. तब यह माना जा रहा था कि कलेक्टर-एसपी की मुख्यमंत्री के साथ कॉन्फ्रेंस अक्टूबर के माह में होगी. लेकिन जिस तरीके से पिछले दिनों कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल विपक्षी दलों ने खड़े किए उसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को छोड़ प्रदेश के सभी जिला पुलिस अधीक्षक की कॉन्फ्रेंस रखी है.