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CM Ashok Gehlot Review Meeting: प्रदेश में सुचारू रूप से हो बिजली और जल आपूर्ति: मुख्यमंत्री

सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सीएम निवास पर पांच विभागों की समीक्षा बैठक (CM Ashok Gehlot took review meeting) लेते हुए कहा कि प्रदेशवासियों को जल एवं विद्युत आपूर्ति में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को जनता से संवाद कर उनकी समस्याएं मौके पर निस्तारित करने के निर्देश दिए.

CM Ashok Gehlot took review meeting
समीक्षा बैठक करते सीएम गहलोत
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Published : Apr 29, 2022, 9:25 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में विषम भौगोलिक परिस्थितियां होने के बावजूद राज्य सरकार की ओर से कुशल प्रबंधन से प्रदेशवासियों को जल एवं विद्युत आपूर्ति में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी . प्रदेश के गांव-ढाणी तक जल पहुंचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पेयजल उपलब्धता को लेकर आमजन को कोई परेशानी न हो और अंतिम छोर तक पेयजल उपलब्ध हो.

सीएम गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर ऊर्जा, पीएचईडी, आपदा प्रबंधन एवं सहायता, मनरेगा और गोपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा (CM Ashok Gehlot took review meeting) की. उन्होंने कहा कि जल और विद्युत आपूर्ति के लिए उच्चाधिकारी क्षेत्रों में दौरे कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें. जनता से संवाद कर उनकी समस्याएं मौके पर निस्तारित करें . गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासियों को मूलभूत सुविधाओं में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी.

पढ़े:CM गहलोत की कोरोना प्रबंधन समीक्षा बैठक, कहा- बरकरार रखना होगा संयम और अनुशासन

टैंकरों से जलापूर्ति की जाए सुनिश्चितः मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसी भी जिले में पेयजल की कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने निर्देश दिए कि जलदाय अधिकारी स्थानीय मांग अनुसार टैंकरों से जल आपूर्ति सुनिश्चित कराएं . नए हैंडपंप खुदाई एवं पुरानों की मरम्मत का काम भी शीघ्र पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि पेयजल सप्लाई के समय विद्युत कटौती नहीं होनी चाहिए. जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए कि वे जिलों में पेयजल की अतिरिक्त आवश्यकता का आकलन करते हुए आकस्मिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें.

समन्वय के साथ करें कामः गहलोत ने कहा कि सभी जिला कलक्टर्स को कंटीजेंसी कार्यों के लिए 50-50 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि आकस्मिक आवश्यकताओं को देखते हुए हैंडपंप मरम्मत, टैंकरों से जलापूर्ति, नए नलकूप खोदने आदि कार्य तत्काल किए जा सकें. यह राशि खर्च होने पर आवश्यकतानुसार और राशि उपलब्ध कराई जाएगी . उन्होंने कहा कि जैसलमेर, फलोदी जैसे क्षेत्रों में पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती है, इसलिए ऐसे क्षेत्रों में टैंकरों की संख्या और बढ़ाई जाए . पानी की चोरी रोकने के लिए नियमित पेट्रोलिंग सुनिश्चित करें .

विद्युत आपूर्ति सुचारू रहेः मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नियमित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए . ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं . उन्होंने जनरेटर ट्रांसफॉर्मर जैसे उपकरणों की अतिरिक्त व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए. साथ ही प्रदेशवासियों से अपील है कि वे पानी और बिजली का अनावश्यक उपयोग नहीं करें.

पढ़े:CM गहलोत ने किसानों की कल्याणकारी योजनाओं में तेजी लाने के दिए निर्देश

मनरेगा श्रमिकों के समय में करें बदलावः मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) श्रमिकों को तेज गर्मी से राहत देने के लिए कार्य समय सुबह 6 बजे से करने के लिए जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए . उन्होंने कहा कि कार्य स्थलों पर छाया, मेडिकल किट सहित कई अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए . गहलोत ने मनरेगा में सामग्री मद की बकाया राशि जल्द स्वीकृत कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने के निर्देश भी दिए . उन्होंने बढ़ते तापमान को देखते हुए स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी करने को भी कहा .

चारे के अनुचित भंडारण पर हो कार्रवाईः मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुधन के लिए चारे के परिवहन को आसान बनाया जाए, ताकि पशुपालकों को आसानी से चारा उपलब्ध हो सके. जहां भी चारे का अनुचित भंडारण मिले, उन पर कार्रवाई करते हुए चारे को गौशालाओं में भेजा जाए. उन्होंने भंडारण के संबंध में उचित दिशा निर्देश जारी करने को कहा. बैठक के दौरान कृषि मंत्री लालचंद कटारिया , जलदाय मंत्री महेश जोशी , आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्द राम मेघवाल ,पंचायती राज विभाग मंत्री रमेश चंद मीणा, सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया एवं ऊर्जा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी , मुख्य सचिव उषा शर्मा आदि मौजूद थे.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में विषम भौगोलिक परिस्थितियां होने के बावजूद राज्य सरकार की ओर से कुशल प्रबंधन से प्रदेशवासियों को जल एवं विद्युत आपूर्ति में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी . प्रदेश के गांव-ढाणी तक जल पहुंचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पेयजल उपलब्धता को लेकर आमजन को कोई परेशानी न हो और अंतिम छोर तक पेयजल उपलब्ध हो.

सीएम गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर ऊर्जा, पीएचईडी, आपदा प्रबंधन एवं सहायता, मनरेगा और गोपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा (CM Ashok Gehlot took review meeting) की. उन्होंने कहा कि जल और विद्युत आपूर्ति के लिए उच्चाधिकारी क्षेत्रों में दौरे कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें. जनता से संवाद कर उनकी समस्याएं मौके पर निस्तारित करें . गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासियों को मूलभूत सुविधाओं में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी.

पढ़े:CM गहलोत की कोरोना प्रबंधन समीक्षा बैठक, कहा- बरकरार रखना होगा संयम और अनुशासन

टैंकरों से जलापूर्ति की जाए सुनिश्चितः मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसी भी जिले में पेयजल की कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने निर्देश दिए कि जलदाय अधिकारी स्थानीय मांग अनुसार टैंकरों से जल आपूर्ति सुनिश्चित कराएं . नए हैंडपंप खुदाई एवं पुरानों की मरम्मत का काम भी शीघ्र पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि पेयजल सप्लाई के समय विद्युत कटौती नहीं होनी चाहिए. जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए कि वे जिलों में पेयजल की अतिरिक्त आवश्यकता का आकलन करते हुए आकस्मिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें.

समन्वय के साथ करें कामः गहलोत ने कहा कि सभी जिला कलक्टर्स को कंटीजेंसी कार्यों के लिए 50-50 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि आकस्मिक आवश्यकताओं को देखते हुए हैंडपंप मरम्मत, टैंकरों से जलापूर्ति, नए नलकूप खोदने आदि कार्य तत्काल किए जा सकें. यह राशि खर्च होने पर आवश्यकतानुसार और राशि उपलब्ध कराई जाएगी . उन्होंने कहा कि जैसलमेर, फलोदी जैसे क्षेत्रों में पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती है, इसलिए ऐसे क्षेत्रों में टैंकरों की संख्या और बढ़ाई जाए . पानी की चोरी रोकने के लिए नियमित पेट्रोलिंग सुनिश्चित करें .

विद्युत आपूर्ति सुचारू रहेः मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नियमित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए . ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं . उन्होंने जनरेटर ट्रांसफॉर्मर जैसे उपकरणों की अतिरिक्त व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए. साथ ही प्रदेशवासियों से अपील है कि वे पानी और बिजली का अनावश्यक उपयोग नहीं करें.

पढ़े:CM गहलोत ने किसानों की कल्याणकारी योजनाओं में तेजी लाने के दिए निर्देश

मनरेगा श्रमिकों के समय में करें बदलावः मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) श्रमिकों को तेज गर्मी से राहत देने के लिए कार्य समय सुबह 6 बजे से करने के लिए जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए . उन्होंने कहा कि कार्य स्थलों पर छाया, मेडिकल किट सहित कई अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए . गहलोत ने मनरेगा में सामग्री मद की बकाया राशि जल्द स्वीकृत कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने के निर्देश भी दिए . उन्होंने बढ़ते तापमान को देखते हुए स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी करने को भी कहा .

चारे के अनुचित भंडारण पर हो कार्रवाईः मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुधन के लिए चारे के परिवहन को आसान बनाया जाए, ताकि पशुपालकों को आसानी से चारा उपलब्ध हो सके. जहां भी चारे का अनुचित भंडारण मिले, उन पर कार्रवाई करते हुए चारे को गौशालाओं में भेजा जाए. उन्होंने भंडारण के संबंध में उचित दिशा निर्देश जारी करने को कहा. बैठक के दौरान कृषि मंत्री लालचंद कटारिया , जलदाय मंत्री महेश जोशी , आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्द राम मेघवाल ,पंचायती राज विभाग मंत्री रमेश चंद मीणा, सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया एवं ऊर्जा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी , मुख्य सचिव उषा शर्मा आदि मौजूद थे.

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