जयपुर. मिलावटखोरों में भय पैदा करने के लिए प्रदेश की गहलोत सरकार लगातार ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ (shudh ke liye yudh campaign) अभियान चलाएगी. सीएम ने कहा कि शुद्ध खाद्य उत्पाद प्राप्त करना नागरिकों का अधिकार है और खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभाग इसमें सक्रिय भूमिका निभाएं.
मुख्यमंत्री गहलोत ने सोमवार को सीएम आवास पर ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान (meeting for shudh ke liye yudh campaign) को लेकर समीक्षा बैठक की. सीएम ने मिलावटखोरों पर कार्रवाई करने वाले खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और चिकित्सा विभाग के बेहतर समन्वय पर जोर दिया. साथ ही, अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में प्रयोगशालाएं स्थापित करने एवं मिलावट की रोकथाम के लिए स्थापित खाद्य निदेशालय में खाद्य सुरक्षा आयुक्त की शीघ्र नियुक्ति के निर्देश दिए हैं.
शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वैभव गालरिया ने बताया कि नवंबर 2020 में चलाए गए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को काफी सफलता मिली. 1 जनवरी 2022 से इस अभियान को और प्रभावी तरीके से चलाया जाएगा. अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित किया जाएगा.