जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच चुके हैं. वे दिल्ली में आज कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल गांधी को ईडी के बार-बार परेशान करने और अग्निपथ योजना के जरिए सेना में भर्ती होने वाले सैनिकों को केवल 4 साल के लिए नौकरी पर रखने के विरोध में होने वाले शांति मार्च में शामिल होंगे. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बीते 1 सप्ताह में सबसे बड़ी तकलीफ अगर किसी बात से हुई है तो वह है दिल्ली पुलिस का एआईसीसी मुख्यालय में प्रवेश कर शांतिपूर्वक आंदोलन करने पहुंचे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करना. साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता को ही कांग्रेस मुख्यालय में नहीं जाने देना.
यही कारण है कि दिल्ली पहुंच कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि दिल्ली पुलिस को अपना व्यवहार ठीक करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करता है तो उसमें किसी को एतराज नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा की हमारी राजस्थान में सरकार है तो क्या अगर बीजेपी वाले आंदोलन करेंगे तो हम भी उनसे वही व्यवहार करें जो इन्होंने हमारे साथ दिल्ली में किया. गहलोत ने कहा कि हमारे मुख्यालय में ही बंदिश लगाई गई कि केवल 15 लोग ही एआईसीसी मुख्यालय में प्रवेश करेंगे.
गहलोत ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा (CM Ashok Gehlot on Delhi Police) कि पुलिस दरवाजा तोड़कर एआईसीसी में घुस गई और कांग्रेस वर्कर्स को पीट कर बाहर निकाल दिया. उन्होंने कहा कि अगर राजस्थान में भाजपा शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रही है, धरना दे रही है तो क्या हम भी उनके साथ ऐसा व्यवहार करें तो इन पर क्या बीतेगी? मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को सोचना चाहिए और यह कहना चाहिए कि दिल्ली पुलिस ने यह गलत काम किया है. साथ ही राजस्थान के नेताओं को भी यह मैसेज देना चाहिए कि एआईसीसी में पुलिस को भेजकर आपने गलत काम किया है. हम राजस्थान में बैठे हैं, हमारा ऑफिस है लेकिन हमारी सरकार यहां नहीं है, कोई हमारे ऑफिस में घुस जाए तो क्या होगा?
मेरे कारण मेरे परिवार को दे रहे तकलीफ- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत पर सीबीआई के छापे से गहलोत खासे नाराज नजर आ रहे हैं. सीबीआई की कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष के चलते की गई कार्रवाई बताते हुए गहलोत ने कहा कि मेरे कारण मेरे परिवार के सदस्य तकलीफ झेल रहे हैं. जब पॉलीटिकल क्राइसिस था उस समय ईडी घुस गई और अब सीबीआई को घुसा दिया. अब केवल इनकम टैक्स बाकी रह गया है. गहलोत ने कहा कि कोई किसी का भाई हो परिवार का आदमी हो और उस पर इस तरह कार्रवाई की जाए तो यह तरीका गलत है. जबकि राजनीति में हम लोग हैं हमारे खिलाफ कोई कार्रवाई करो वह तो आपकी मर्जी है, लेकिन परिवार के लोगों को क्यों तंग कर रहे हो? गहलोत ने कहा कि केस 15 साल पुराना है वह चल रहा है लेकिन मेरे कारण मेरे परिवार के लोग तकलीफ में आए यह मुझे अच्छा नहीं लग रहा है.