जयपुर. राजस्थान प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच सभी विधायकों को अब जयपुर से जैसलमेर में शिफ्ट कर दिया गया है. ऐसे में विधायकों को जयपुर एयरपोर्ट पर छोड़ने के लिए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, उप मुख्य सचेतक महेश जोशी समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी रहे. इस बीच सभी नेताओं को जैसलमेर तक छोड़ने के लिए खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी विधायकों के साथ चार्टर विमान से जैसलमेर के लिए रवाना हुए.
इस दौरान जयपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं बार-बार अमित शाह का नाम इसलिए लेता हूं क्योंकि सभी ने मणिपुर, मध्य प्रदेश, गुजरात और गोवा का नजारा देखा है. उन्होंने कहा कि हम पूरे देश में डेमोक्रेसी बचाने का अभियान चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी आती-जाती रहेंगी, नेता आते-जाते रहेंगे, लेकिन यदि लोकतंत्र नहीं बचा तो पूरे देश का क्या होगा. गहलोत ने कहा कि इस समय जो देश भर में लोकतंत्र की हत्या हो रही है उसकी चिंता हम सबको है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे मुल्क को राजस्थान का घटनाक्रम मालूम है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र कर रही है. उन्होंने कहाकि इतने लंबे समय के बाद राज्यपाल की ओर से अब विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति दी गई है.
गहलोत ने कहा कि एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है, तो वहीं भाजपा प्रदेश में सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि पिछले 4-5 महीनों से सभी लोग कोरोना से जंग लड़ने में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं. जनता भी सरकार से खुश है क्योंकि कोरोना वायरस के दौर में सरकार की ओर से अच्छा काम किया गया.
'कोरोना को लेकर राजस्थान की सभी जगह तारीफ हो रही है'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना में सरकार की ओर से की गई व्यवस्था को लेकर राजस्थान की पूरे विश्व भर में तारीफ की गई. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाकर 40 हजार टेस्टिंग रोज कर दिया गया है. राजस्थान में उचित दर पर लगातार इलाज हो रहे हैं और राजस्थान में मृत्यु दर भी कम है. साथ ही प्रदेश की रिकवरी रेट भी सबसे अच्छी है.