जयपुर. कोविड-19 संक्रमण के बाद प्रदेश में चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है. इसके तहत प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चिकित्सा विभाग को सौगात देने जा रहे हैं. गहलोत ने आज जननी एक्सप्रेस 104 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिरंजीवी जननी योजना के तहत 104 जननी एक्सप्रेस की 11 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. गर्भवती माताओं और 1 वर्ष तक के शिशु को रेफरल परिवहन सेवाएं प्रदान करने के प्रयोजन से 104 जननी एक्सप्रेस का शुभारंभ 2 अक्टूबर 2012 को किया गया था. वर्तमान में कुल 600 जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस संचालित है.
वर्ष 2016 से दिसंबर 2020 तक इसका संचालन जीवीके ईएमआरआई की ओर से किया गया था. वर्ष 2020 में 104 जननी एक्सप्रेस की पृथक से निविदा जारी की गई थी. इसमें सफल निविदादाता मॉडर्न इमरजेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ 11 दिसंबर 2020 को अनुबंध निष्पादित किया गया.
वर्तमान में जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस का संचालन मॉडर्न इमरजेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है. निविदा के प्रावधानानुसार 600 वाहनों में से नकारा योग्य वाहनों के स्थान पर 150 नए वाहन मॉडर्न इमरजेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से एनएचएम (NHM) के नाम से कय कर 3 वर्ष तक संचालन किया जाएगा.
सेवाप्रदाता को उपलब्ध कराए गए एनएचएम (NHM) स्वामित्व के वाहनों के लिए प्रतिमाह 85,000 रुपए का भुगतान किया जा रहा है. साथ ही सेवाप्रदाता की ओर से टर्न के आधार पर नवीन क्रय कर उपलब्ध कराए जा रहे वाहनों के लिए राशि प्रतिमाह 1,17,000 रुपए का प्रावधान किया गया है.
सेवा प्रदाता मॉडर्न इमरजेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से टर्न के आधार पर 150 वाहनों में से 96 वाहन विभिन्न जिलों में उपलब्ध करा दिए गए हैं. शेष रहे वाहन में से 11 वाहन को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज यानी गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.