जयपुर. बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को लेकर गुरुवार को हाईकोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा सचिव और बसपा के सभी 6 विधायकों को नोटिस जारी किए हैं. जिन पर 11 अगस्त तक जवाब देना है. बसपा के विधायकों को कांग्रेस पार्टी में सम्मिलित करने की बात पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब भाजपा राज्यसभा के सांसदों को ही अपनी पार्टी में मर्ज करवा रही है, तो सही और राजस्थान के 6 विधायक मर्जर करके आ जाएं तो यह गलत.
सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा की चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ रहा है. दो तिहाई बहुमत से कोई पार्टी टूट सकती है. यहां छह के छह विधायक मर्जर हो चुके हैं. मायावती की शिकायत वाजिब नहीं है. अगर उनके दो विधायक टूटते तो उनकी शिकायत हो सकती थी. लेकिन उनके छह विधायकों ने अपने विवेक से कांग्रेस पार्टी में मर्जर किया है.
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उन्होंने कहा कि मायावती जो बयानबाजी कर रही है, वह भाजपा के इशारे पर कर रही हैं. भाजपा जिस तरीके से सीबीआई, ईडी का उपयोग कर रही है. डरा रही है धमकाने का काम कर रही है. सबको दिख रहा है कि राजस्थान में क्या हो रहा है. मायावती भी डर रही होगी उनसे और उसी के चलते वह बयान दे रही हैं.
स्पीकर, सचिव और बसपा विधायकों को HC ने भेजा नोटिस
राजस्थान हाइकोर्ट ने बसपा विधायकों के दल-बदल करने और मामले में स्पीकर की ओर से दल-बदल की शिकायत को आनन-फानन में खारिज करने को लेकर विधानसभा स्पीकर, सचिव और 6 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर 11 अगस्त तक जवाब मांगा है. न्यायाधीश महेंद्र गोयल ने यह आदेश बसपा और मदन दिलावर की याचिका पर दिए.