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जन अनुशासन पखवाड़ा की गाइडलाइन की पालना नहीं होने से CM गहलोत नाराज, आज ले सकते हैं रिव्यू मीटिंग - Rajasthan News

सीएम अशोक गहलोत मंगलवार को जन अनुशासन पखवाड़ा की गाइडलाइन की पालना को लेकर रिव्यू मीटिंग कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि जन अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइन की पालना नहीं होने से सीएम गहलोत नाराज हैं. ऐसे में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी और अफसरों गाज गिर सकती है.

जन अनुशासन पखवाड़ा, CM Ashok Gehlot
सीएम गहलोत आज करेंगे रिव्यू मीटिंग
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Published : Apr 20, 2021, 12:15 PM IST

जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण नहीं फैले, इसको लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार 3 मई तक जन अनुशासन पखवाड़ा चला रही है लेकिन सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी गाइडलाइन की सही तरीके से पालना नहीं हो रही है. पहले दिन राज्य के अलग-अलग शहरों से आई भीड़भाड़ वाली तस्वीरों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नाराजगी जताई है और कलेक्टर पुलिस अधीक्षक को से रिपोर्ट तलब की है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को जन अनुशासन पखवाड़े गाइडलाइन की पालना को लेकर रिव्यू मीटिंग करेंगे.

राजस्थान में कोरोना का कहर लगातार जारी है. बढ़ते केसों के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिर समीक्षा बैठक कर सकते हैं. जन अनुशासन पखवाड़ा की नई गाइडलाइन की पालना नहीं करने वालों के पुलिस प्रशासन को सख्ती के आदेश दिए जाएंगे. CM गहलोत ने सोमवार रात को हुई बैठक में पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए साफ हिदायत दी कि सड़क पर कोई भी व्यक्ति बिना मास्क नहीं दिखना चाहिए. माना जा रहा है कि लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी और अफसरों गाज गिर सकती है.

यह भी पढ़ें. COVID-19 : राजस्थान में रिकॉर्ड तोड़ते मामले, जानें क्या व्यवस्था कर रही है सरकार, कितने बेड और ICU हैं खाली

अफसरों को किया तैनात

देश में कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के बाद राज्य सरकार ने दो दर्जन नौकरशाहों को कोविड-19 की रोकथाम में अस्थाई ड्यूटी पर लगाया है. देर रात भी राज्य सरकार ने 8 आरएएस अधिकारियों को कोविड 19 में ड्यूटी लगाई है. 16 अप्रैल से लेकर 19 अप्रैल से सरकार ने अब तक 12 आईएएस और 13 आरएएस अधिकारियों को कोविड में अस्थाई चार्ज दिया है.

देर रात 8 आरएएस अधिकारियों को अस्थाई चार्ज

कार्मिक विभाग की ओर से देर रात जारी सूची में 8 आरएएस अधिकारियों को कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए गृह-रक्षा और जेल के प्रमुख शासन सचिव और आयुक्त प्रमुख शासन सचिव परिवहन विभाग के अधीन जिम्मेदारी दी है. इन आरएएस अधिकारियों में मीनाक्षी मीणा, अलका विश्नोई, मोहन सिंह सोमदत्त, दीक्षित करतार सिंह, आकाश रंजन, सुरेंद्र सिंह यादव, और हरिताभ कुमार आदित्य हैं. इसके साथ ही वरिष्ठ आरएएस अधिकारी सुभाष महरिया को अस्थाई रूप से चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव के तहत सेवाएं सौंपी हैं.

इसके अलावा पदस्थापन की प्रतीक्षा में चल रहे आरएएस अधिकारी नारायण सिंह चारण और परशुराम धानका को भी अस्थाई रूप से जिला कलेक्टर सिरोही के अधीन कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम की ड्यूटी में लगाया गया है. वहीं पदस्थापन की प्रतीक्षा में चल रहे हैं आरएएस अधिकारी नवनीत कुमार और आनंदीलाल वैष्णव को भी जिला कलेक्टर टोंक के अधीन अस्थाई रूप से लगाया गया है.

यह भी पढ़ें. BJP विधायक को सताने लगी दूल्हा-दुल्हन के श्रृंगार की चिंता, CM गहलोत को पत्र लिख की ये मांग

इन आईएएस अधिकारियों को भी मिली जिम्मेदारी

कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए अस्थाई रूप से जिन आईएएस अधिकारियों को भी अस्थाई चार्ज दिया गया है उनमें गौरव गोयल, लक्ष्मण सिंह कुड़ी, राजेंद्र सिंह शेखावत, सोहनलाल, गुंजन सिंह, डॉ धीरज कुमार सिंह, सिद्धार्थ पालानीचामी, प्रतिभा वर्मा और मृदुल सिंह को अस्थाई चार्ज दिया गया है. इसके अलावा राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रोहित गुप्ता और आजीविका परियोजना स्वयं सहायता समूह की स्टेट मिशन निदेशक शुचि त्यागी को भी कोविड-19 की संक्रमण की रोकथाम के लिए अस्थाई रूप से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में स्थाई रूप से लगाया गया है.

जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण नहीं फैले, इसको लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार 3 मई तक जन अनुशासन पखवाड़ा चला रही है लेकिन सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी गाइडलाइन की सही तरीके से पालना नहीं हो रही है. पहले दिन राज्य के अलग-अलग शहरों से आई भीड़भाड़ वाली तस्वीरों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नाराजगी जताई है और कलेक्टर पुलिस अधीक्षक को से रिपोर्ट तलब की है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को जन अनुशासन पखवाड़े गाइडलाइन की पालना को लेकर रिव्यू मीटिंग करेंगे.

राजस्थान में कोरोना का कहर लगातार जारी है. बढ़ते केसों के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिर समीक्षा बैठक कर सकते हैं. जन अनुशासन पखवाड़ा की नई गाइडलाइन की पालना नहीं करने वालों के पुलिस प्रशासन को सख्ती के आदेश दिए जाएंगे. CM गहलोत ने सोमवार रात को हुई बैठक में पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए साफ हिदायत दी कि सड़क पर कोई भी व्यक्ति बिना मास्क नहीं दिखना चाहिए. माना जा रहा है कि लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी और अफसरों गाज गिर सकती है.

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अफसरों को किया तैनात

देश में कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के बाद राज्य सरकार ने दो दर्जन नौकरशाहों को कोविड-19 की रोकथाम में अस्थाई ड्यूटी पर लगाया है. देर रात भी राज्य सरकार ने 8 आरएएस अधिकारियों को कोविड 19 में ड्यूटी लगाई है. 16 अप्रैल से लेकर 19 अप्रैल से सरकार ने अब तक 12 आईएएस और 13 आरएएस अधिकारियों को कोविड में अस्थाई चार्ज दिया है.

देर रात 8 आरएएस अधिकारियों को अस्थाई चार्ज

कार्मिक विभाग की ओर से देर रात जारी सूची में 8 आरएएस अधिकारियों को कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए गृह-रक्षा और जेल के प्रमुख शासन सचिव और आयुक्त प्रमुख शासन सचिव परिवहन विभाग के अधीन जिम्मेदारी दी है. इन आरएएस अधिकारियों में मीनाक्षी मीणा, अलका विश्नोई, मोहन सिंह सोमदत्त, दीक्षित करतार सिंह, आकाश रंजन, सुरेंद्र सिंह यादव, और हरिताभ कुमार आदित्य हैं. इसके साथ ही वरिष्ठ आरएएस अधिकारी सुभाष महरिया को अस्थाई रूप से चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव के तहत सेवाएं सौंपी हैं.

इसके अलावा पदस्थापन की प्रतीक्षा में चल रहे आरएएस अधिकारी नारायण सिंह चारण और परशुराम धानका को भी अस्थाई रूप से जिला कलेक्टर सिरोही के अधीन कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम की ड्यूटी में लगाया गया है. वहीं पदस्थापन की प्रतीक्षा में चल रहे हैं आरएएस अधिकारी नवनीत कुमार और आनंदीलाल वैष्णव को भी जिला कलेक्टर टोंक के अधीन अस्थाई रूप से लगाया गया है.

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इन आईएएस अधिकारियों को भी मिली जिम्मेदारी

कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए अस्थाई रूप से जिन आईएएस अधिकारियों को भी अस्थाई चार्ज दिया गया है उनमें गौरव गोयल, लक्ष्मण सिंह कुड़ी, राजेंद्र सिंह शेखावत, सोहनलाल, गुंजन सिंह, डॉ धीरज कुमार सिंह, सिद्धार्थ पालानीचामी, प्रतिभा वर्मा और मृदुल सिंह को अस्थाई चार्ज दिया गया है. इसके अलावा राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रोहित गुप्ता और आजीविका परियोजना स्वयं सहायता समूह की स्टेट मिशन निदेशक शुचि त्यागी को भी कोविड-19 की संक्रमण की रोकथाम के लिए अस्थाई रूप से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में स्थाई रूप से लगाया गया है.

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