जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट 12 फरवरी को पेश करेंगे. जिस पर हर वर्ग की निगाहें टिकी हुई है. खासतौर पर प्रदेश का उद्योग व व्यापार जगत इस मंदी की मार में सरकार से राहत की उम्मीद लगाए बैठा है. वहीं सीएम गहलोत भी अपने इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखना चाहते है. यहीं वजह है वे शुक्रवार और शनिवार को अलग-अलग सेक्टर्स के प्रतिनिधियों के साथ प्री बजट बैठकें आयोजित कर रहे है. इसके चलते सीएम गहलोत ने शुक्रवार को शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में बजट से पहले संवाद किया. वहीं इन बैठकों में आने वाले सुझावों को वे अपने बजट में शामिल करेंगे. सबसे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने उद्योग व व्यापार जगत से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की.
प्री बजट बैठक के दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री ने युवाओं, महिलाओं, सामाजिक संगठनों और प्रोफेशनल्स प्रतिभावान छात्रों के साथ चर्चा की और अहम सुझाव लिए. बैठक में युवाओं ने खेल और युवा गतिविधियों को बढ़ावा देने के सुझाव दिए. प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का भी सुझाव दिया गया. ओलंपिक और एशियाड के ट्रेनिंग कर रहे खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएं मिलें, इसके सुझाव भी दिए गए, युवाओं के लिए इस हेल्थ को बढ़ावा देने के सुझाव दिए गए. मोटिवेशन प्रोग्राम को भी बढ़ावा देने का भी सुझाव दिया गया. महिलाओं के लिए सेल्फ डिफेंस से संबंधित सुझाव आए, साथ ही सुरक्षा से जुड़े सुझाव भी दिए गए.
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इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान के युवाओं में भरपूर प्रतिभा मौजूद है. वे अपनी योग्यता के दम पर राज्य के विकास में भागीदार बनें. सरकार उन्हें हर कदम पर प्रोत्साहित करेगी और पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवा, खिलाड़ी, महिलाएं, प्रोफेशनल्स एवं विद्यार्थी राज्य के विकास की अहम कड़ी हैं. उनकी क्षमताओं का सही दिशा में उपयोग सुनिश्चित हो, इसके लिए बजट में आवश्यक प्रावधान होना जरूरी है. इसी सोच के साथ हमने पिछले बजट में भी आपके सुझावों को स्थान दिया था. आगामी बजट भी आपकी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप बने, इसके लिए आपके सुझाव महत्वपूर्ण होंगे.
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जानिए बैठक में युवाओं और महिलाओं के लिए दिए गए सुझाव
- खनन कार्यों के लिए महिलाओं का अलग से कोटा होना चाहिए.
- दो महिला अस्पताल के बाद तीसरा महिला अस्पताल खोला जाए.
- दुष्कर्म पीड़िताओं को सरकारी नौकरियों में दी जाए छूट.
- जैसे विधवा और परित्यक्ताओं को मिलती है छूट.
- खेलों के लिए प्रोत्साहन राशि बढ़ाई जाए.
- ओलंपिक और एशियाड की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को दी जाए बेहतरीन सुविधाएं.
- स्किल डेवलपमेंट पर हो सरकार का विशेष फोकस.
- मेंटल हेल्थ का भी बैठक में दिया गया सुझाव.
- महिलाओं के लिए सेल्फ डिफेंस को बढ़ावा देने का भी आया सुझाव.
- महिलाओं के लिए स्थापित किया जाए शिक्षा सहायता कोष.
- महिलाओं के लिए जगह-जगह सामान्य सुविधा केंद्र बने.
- महिलाओं के लिए 50 लाख से कम की स्टांप ड्यूटी फ्री की जाए.
- इससे से ग्रामीण महिलाओं के विकास को बढ़ावा मिलेगा.
- महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि बजट पूर्व मुख्यमंत्री ने सभी सामाजिक संगठनों, महिला संगठनों, युवा साथियों को साथ लेकर एक सुझाव बैठक ली. जो की सकारात्मक हुई है और प्रदेश की उन्नति के लिए युवाओं ने उद्यमियों सुझाव दिए हैं और निश्चित तौर पर बजट में उनके सुझाव को शामिल किया जाएगा. वहीं मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि मीटिंग में स्पोर्ट्स एंड यूथ से रिलेटेड मोटिवेशन के लिए अच्छे सुझाव आए हैं. खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि बैठक में जो सुझाव आए हैं, वो बजट में दिखाई देंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्री बजट से पहले युवाओं और महिला संगठनों के साथ चर्चा कर साफ संकेत दिया है कि सरकार उनके सुझाव को अमल में लाएगी. विभिन्न संगठनों से आए सुझावों का बड़ा हिस्सा बजट में दिखाई देगा. सरकार अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के सुझाव भी बजट में शामिल करेगी.
इस दौरान बैठक में ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री ममता भूपेश, खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, मुख्यमंत्री के सलाहकार गोविंद शर्मा, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, शासन सचिव एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी, युवा, महिला, प्रोफेशनल्स एवं विद्यार्थी उपस्थित मौजूद रहे.