जयपुर. उदयपुर की घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से की (Gehlot appeals in Udaipur murder case) है. सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार आरोपियों को कड़ी से कड़ी और जल्द सजा मिले, इसको लेकर कटिबद्ध है. इस तरह से जिलों में धरने प्रदर्शन और बाजार बंद की आवश्यकता नहीं है. गहलोत ने कहा कि यह घटना किसी धर्म विशेष की नहीं है. इसमें जो आरोपी हैं, उनका संबंध आतंकवाद से है और उसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. जल्द ही पीड़ित को न्याय और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी.
सीएम गहलोत ने की अपील: उदयपुर की घटना को लेकर गहलोत ने कहा कि इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. जिस तरीके से हत्या की गई, वो एक जघन्य अपराध है. हमने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को पकड़ लिया. SIT को केस दे दिया और रातभर में ही पता लगा लिया कि आरोपियों का संबंध अंतरराष्ट्रीय संगठनों से है. गहलोत ने कहा कि ये घटना आतंकवाद से संबंधित है. यह किस तरह से धर्मों के बीच में झगड़ा होने वाली बात नहीं है.
गहलोत ने कहा कि जो भी आतंकवादी गतिविधि होती है, उन धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि कल हमने सभी राजनीतिक पार्टियों की बैठक ली. उसमें सभी ने यही बात कही कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. गहलोत ने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया है. अगर पकड़े गए आरोपी भाग जाते, तो मुश्किल हो जाती. गहलोत ने कहा कि आरोपियों के तार अंतरराष्ट्रीय संगठनों और पाकिस्तान से जुड़ा हुआ है. यह तमाम जानकारी प्राप्त कर ली गई.
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NIA को सौंपी जांच: सीएम गहलोत ने कहा कि मामला आतंकवाद से जुड़ा है. ऐसे में इस पूरे मामले की जांच एनआईए यानी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को दी गई है. अब NIA इस पूरे मामला को इन्वेस्टीगेट कर रही है. एसओजी उनका पूरा सहयोग कर रही है. क्योंकि उनका बड़ा दायरा होता है. गहलोत ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि एनआईए भी त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाएगी. गहलोत ने कहा कि इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है. हर नागरिक चाहता है कि परिवार को त्वरित न्याय मिले, त्वरित कार्रवाई हो और जल्दी से जल्दी आरोपियों को सजा हो.
धरने-प्रदर्शन और बाजार बंद की आवश्यकता नहीं: सीएम गहलोत ने कहा कि ये कोई आपसी झगड़ा या धर्म के नाम पर की गई वारदात नहीं है. विभिन्न जिलों में बंद के आयोजन से और तनाव पैदा होता है. प्रदर्शन या बंद की आवश्यकता नहीं है. इस घटना में आतंकवाद का लिंक मिलने के बाद सभी धर्मों ने इसकी आलोचना की है. उसी रूप में इसको लेना चाहिए. मैं प्रदेशवासियों से मार्मिक अपील करूंगा कि धरने-प्रदर्शन की आवश्यकता नहीं है. शांति बनाए रखें, सरकार पूरी तरह मुस्तैद और इस मामले को लेकर गंभीर है.उसी रूप में हम लोग कार्रवाई कर रहे हैं. आगे भी सुनिश्चित करेंगे कि कैसे इनको सजा मिले.