जयपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बयान का विरोध कर रहे बीएसटीसी (Basic School Teaching Certificate) अभ्यर्थियों के खिलाफ जयपुर पुलिस ने हल्के बल का इस्तेमाल किया. नाराज कैंडिडेट्स भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे. जहां से पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया.
दरअसल, प्राथमिक कक्षाओं (पहली से पांचवीं) में पढ़ाने के अधिकार को लेकर (Right To Teaching In Primary School) बीएसटीसी और बीएड (Bachelor Of Education) अभ्यर्थियों के बीच विवाद (BSTC B Ed Dispute in Jaipur) है. इस मामले को लेकर 4 दिन पहले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बयान दिया था.
मंत्री के बयान का विरोध
दरअसल, एनसीटीई (National Council for Teacher Education) ने प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाने के लिए बीएसटीसी के साथ ही बीएड के अभ्यर्थियों को भी पात्र माना है. इस बात को लेकर बीएसटीसी अभ्यर्थियों में रोष है. राजस्थान हाईकोर्ट में दायर एक याचिका पर फैसला देते हुए कोर्ट ने प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने के लिए बीएसटीसी अभ्यर्थियों को ही पात्र माना है और बीएड अभ्यर्थियों को इससे बाहर कर दिया है. लेकिन पिछले दिनों पंजाब में युवाओं के बीच केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था की इस पूरे मामले को लेकर केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करेगी.
कोरोना गाइडलाइन के चलते खदेड़ा
अब बीएसटीसी अभ्यर्थियों को इस बात से ऐतराज है. गजेंद्रसिंह शेखावत के इस बयान का विरोध (Objection on Gajendra Singh Shekhawat statement ) दर्ज करवाने के लिए बीएसटीसी अभ्यर्थी गुरुवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के लिए जुटे. लेकिन उन्हें पुलिस ने वहां से खदेड़ दिया. बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार ने जो गाइडलाइन (Corona guideline of Rajasthan) जारी की है. उसके तहत इन बीएसटीसी अभ्यर्थियों को प्रदर्शन करने से रोका गया है.
हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह कोरोना संबंधी गाइडलाइन की पालना करते हुए सीमित संख्या में अपना विरोध दर्ज करवाने यहां पहुंचे थे. इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया गया है. भाजपा कार्यालय पहुंच रहे कुछ युवाओं को पुलिस ने चौमू हाउस सर्किल से हिरासत में भी लिया है. हालांकि, उन युवाओं का कहना है कि वे अपने काम से यहां आए थे.