जयपुर. प्रदेश में हुए 43 नगर पालिकाओं और 7 नगर परिषद के चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है. महज 4 में बीजेपी को बहुमत मिला, जबकि कांग्रेस को 15 निकायों में कामयाबी मिली है. निकाय चुनाव के परिणामों पर मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने कहा कि जनता ने बीजेपी की अनर्गल बातों का निकाय चुनाव में जवाब दिया है.
रविवार को आए 50 नगरीय निकाय चुनाव के परिणामों ने सभी को चौंकाया है. 2009 के बाद 2015 में कांग्रेस को नगरीय निकायों में बड़ा बहुमत मिला है. हालांकि 31 निकायों में निर्दलीय बोर्ड बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे. जबकि 15 निकायों में कांग्रेस बहुमत के साथ बोर्ड बनाएगी. इन परिणामों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.
मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने कहा कि पंचायती राज चुनाव और जिला परिषद के परिणाम आने के बाद जिस तरह की बातें बीजेपी ने की थी, प्रदेश की जनता ने उसका जवाब दिया. अनर्गल बातें कर भ्रम फैलाने की जो स्थिति है, उस मार्ग पर जो पार्टी चलेगी जनता उसे ऐसे ही जवाब देती रहेगी. पूरे प्रदेश में कोरोना काल में कांग्रेस ने लोगों की सेवा की है. उसी आधार पर कांग्रेस को जिताया है, वोट दिए हैं. उन्होंने इसे जनता की सेवा की और सीएम अशोक गहलोत के कार्यों की जीत बताया. वहीं बीटीपी के विधायकों की ओर से कांग्रेस से संबद्धता खत्म करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसकी कोई पुष्टि नहीं है, सारी बातें स्पष्ट होने के बाद ही कोई बात कहना उचित होगा.
बता दें कि डूंगरपुर जिले में जिला परिषद में कुल 27 में से 13 बीटीपी समर्थित प्रत्याशी जीते, पंचायत समितियों की कुल 198 में से 96 सदस्य बीटीपी के बने. इनमें से चार में बीटीपी समर्थित निर्दलीय को स्पष्ट बहुमत मिला और शेष में भी निर्णायक स्थिति में थे, लेकिन जिला प्रमुख चुनाव से ठीक पहले बीजेपी कांग्रेस ने गठबंधन कर लिया. नतीजन भाजपा समर्थित प्रमुख और कांग्रेस समर्थित उप प्रमुख बन गए. दोनों दलों की मिलीभगत के बाद बीटीपी और कांग्रेस पार्टी के बीच खाई बनती दिख रही है.