जयपुर. चुरू जिले से 1 नवंबर को शुरू हुई दांडी यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. यह दांडी यात्रा पूर्व विधायक पुत्र शमशेर खान की ओर से निकाली जा रही थी. वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली की मध्यस्था में उदयपुर में हुई वार्ता के बाद इस दांडी यात्रा को शमशेर खान ने स्थगित करने की घोषणा की है. पूर्व विधायक भालू खान के पुत्र शमशेर खान उर्दू, सिंधी, पंजाबी भाषा और अपने अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दांडी यात्रा निकाल रहे थे.
शमशेर खान ने 1 नवंबर से चुरू जिले से दांडी यात्रा शुरू की थी और 1090 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर दांडी गुजरात जा रहे थे. वहीं, सरकार की ओर से वार्ता की कोई पहल नहीं की गई और उन्होंने अपनी दांडी यात्रा जारी रखी. हालांकि, सरकार ने उनसे बीच-बीच में कई बार दांडी यात्रा खत्म करने की अपील भी की. राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर खानू खान बुधवाली की अध्यक्षता में उदयपुर में शमशेर खान से वार्ता की गई.
लंबी चर्चा के बाद शमशेर खान ने दांडी यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. खानू खान बुधवाली के साथ शमशेर खान जयपुर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात करने पहुंचे थे, लेकिन गोविंद सिंह डोटासरा सीकर में थे. शमशेर खान ने कहा कि फिलहाल हमने दांडी यात्रा को स्थगित ही किया है. सहमति बनने के बाद ही इस यात्रा को खत्म किया जाएगा. हम सहमति पत्र का इंतजार कर रहे हैं. शमशेर खान ने कहा कि खानू खान बुधवाली की मध्यस्थता के बाद हमारी जो शंकाएं थी, वह खत्म हो चुकी है.
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हमने अलग अलग बिंदुओं को लेकर एक समझौता पत्र जारी कर दिया है और उस पर चर्चा भी की है. हम सरकार से एक बार चर्चा करना चाहते हैं. शमशेर खान ने कहा कि दांडी यात्रा प्रतीक है कि बिना किसी आंदोलन अपनी बात दूसरे तक कैसे पहुंचाए. अपने आप को तकलीफ देकर सरकार को जगाना इसका उद्देश्य था. सरकार आज से नहीं हमेशा से ही सोती रही है. मै संवैधानिक तरीके से ही अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहता हूं. शमशेर खान ने साफ किया कि यदि आगे भी इस तरह की कोई समस्या आएगी तो बिना किसी उग्र आंदोलन के हम इसी तरह से अपनी बात सरकार तक पहुंचाएंगे.