चित्तौड़गढ़. शहर की चंदेरिया थाना पुलिस ने अपहरण की घटना का महज 3 घंटे में खुलासा करते हुए अपहर्ताओं के चंगुल से युवक को मुक्त कराते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर (Kidnappers arrested by police) लिया. मुख्य आरोपी अपहृत युवक का रिश्ते में साला है और नाता विवाह के विवाद को लेकर अपने साथियों के साथ युवक को दिनदहाड़े उठा ले गया था.
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि कन्याबाई ने सूचना दी कि बुधवार दोपहर में उसके पति रणजीत को भेरडा रोड चन्देरिया से पति की दूसरी पत्नी का भाई राकेश भोई व जीतू भोई अपने साथियों के साथ जबरदस्ती बोलेरो गाड़ी में उठा ले गया. कश्मोर रोड़ पर एक सफेद रंग की बोलेरो में 6-7 व्यक्ति के बैठे होने की सूचना पर थानाधिकारी मय जाप्ता पहुंचे, तो चालक पुलिस को देखकर गाड़ी पावटीया की तरफ भगा ले गया. जिसका पीछा कर घोसुंडा के पास गाड़ी को राउण्डअप कर लिया गया. पुलिस ने उसमें सवार राकेश भोई, देवराज उर्फ लक्ष्मी नारायण उर्फ भुरा गुर्जर, जीवन लाल उर्फ जीतू भोई, राजू रजक उर्फ राजकुमार धोबी, वरूण व्यास व रमेश उर्फ पिन्टू मीणा के चंगुल से अपहृत को छुड़वाया.
आरोपियों व अपहृत को डिटेन कर थाने पर लेकर आया गया. घटना के संबंध में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस अधीक्षक के अनुसार आरोपी राकेश भोई की बहन के साथ करीब 1 वर्ष पूर्व अपहृत रणजीत भोई ने नाता विवाह किया था. कुछ समय से रणजीत का उसकी पत्नि के साथ विवाद चल रहा है. इसी विवाद के कारण राकेश भोई ने अपने साथीयों के साथ मिलकर रणजीत भोई का चन्देरिया भेरडा रोड से अपहरण किया व बोलेरो गाड़ी में ले गए. रास्ते में गाड़ी में ही रणजीत भोई के साथ मारपीट की गई. रणजीत भोई के साथ मारपीट के सम्बन्ध मे उसका मेडिकल करवाया गया.