जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही (Corona case in Rajasthan) है. इस बार बच्चे भी संक्रमण की चपेट में लगातार आ रहे हैं. संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को टीका लगाने की भी मंजूरी मिल गई है. ऐसे में राजस्थान में भी बच्चों को वैक्सीन लगाने की तैयारी चिकित्सा विभाग की ओर से शुरू कर दी गई है.
केंद्र की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार 3 जनवरी 2022 से देशभर में 15 से 18 साल की आयु के बच्चों में वैक्सीनेशन कार्यक्रम (Children Vaccination Program Rajasthan) शुरू किया जाएगा. राजस्थान की बात की जाए तो चिकित्सा विभाग ने बच्चों के टीकाकरण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. अनुमानित तौर पर प्रदेश में 51 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है.
मामले को लेकर पब्लिक हेल्थ डायरेक्टर डॉक्टर केके शर्मा का कहना है कि बीते कुछ समय से प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम ने रफ्तार पकड़ी है. केंद्र की ओर से बच्चों को वैक्सीन लगाने की बात कही गई है. ऐसे में चिकित्सा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है. डॉक्टर शर्मा का कहना है कि वैक्सीनेशन से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर राजस्थान में मौजूद है. ऐसे में बच्चों को वैक्सीनेट करने में किसी तरह की कोई समस्या नहीं आएगी.
स्कूल और हर घर दस्तक अभियान
डॉक्टर केके शर्मा का कहना है कि जरूरत पड़ने पर स्कूलों के अंदर भी कैंप लगाए जाएंगे क्योंकि 15 से 18 साल की आयु के अधिकतर बच्चे स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में आसानी से बच्चों को वैक्सीनेट किया जा सकता (children to be vaccinated in School) है. इसके अलावा हाल ही में हर घर दस्तक अभियान भी चिकित्सा विभाग की ओर से शुरू किया गया है. जिसमें घर-घर जाकर वैक्सीन लगाई जा रही है. पढ़ाई छोड़ चुके ऐसे बच्चे जिनकी उम्र 15 से 18 साल है, उन्हें 'हर घर दस्तक अभियान' के तहत भी वैक्सीन लगाई जाएगी (vaccine center for children Rajasthan).
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15 से 18 साल की आयु के बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम
- प्रदेश में अनुमानित 51 लाख 12 हजार बच्चों को लगाई जाएगी वैक्सीन
- स्कूल और हर घर दस्तक अभियान के तहत भी बच्चों को किया जाएगा वैक्सीनेट
- बच्चों को लगाई जाएगी भारत बायोटेक की को-वैक्सीन
- चिकित्सा विभाग की ओर से बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर भी लगवाई जा सकती है वैक्सीन
- 3 जनवरी साल 2022 से होगी अभियान की शुरुआत
- मौजूदा समय में चिकित्सा विभाग के पास चार हजार वैक्सीनेशन सेंटर मौजूद
89 फीसदी वैक्सीनेशन
प्रदेश में मौजूदा समय की बात की जाए तो तकरीबन 89 फीसदी लोग वैक्सीनेशन कार्यक्रम के दायरे में हैं, उन्हें वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसके अलावा 72 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लग चुकी है. वैक्सीनेशन कार्यक्रम के मामले में प्रदेश के बूंदी और प्रतापगढ़ पहले ऐसे जिले हैं, जहां शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. जबकि जयपुर प्रथम में 98 फीसदी और जयपुर द्वितीय में लगभग 96.8 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है.