जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आधा दर्जन बार विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर इस बात पर सवाल खड़े किए हैं कि शून्यकाल के बाद हो रही चर्चा में सत्ताधारी दल के विधायकों और मंत्रियों की संख्या सदन में कम हो जाती है. कई बार तो सदन में इक्का-दुक्का मंत्री और कुछ ही कांग्रेस के विधायक मौजूद रहते हैं. इसे लेकर विपक्ष की ओर से सवाल उठाने पर आसन की ओर से भी बार-बार सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक को यह कहा गया कि वह सदन में उपस्थिति को देखें.
![विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-lettertomlacongres-av-9024297_06032021102819_0603f_1615006699_416.jpg)
ऐसे में अब सदन से गायब रहने वाले कांग्रेस विधायकों पर सरकार ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. विधायकों को सदन की कार्यवाही के दौरान पूरे समय सदन में मौजूद रहने के निर्देश जारी किए हैं. विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कांग्रेस के सभी विधायकों को चिट्ठी लिखकर पूरे समय उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही चिट्ठी के जरिए विधायकों को चेतावनी भी जारी की है कि अगर कोई विधायक बिना बताए सदन की कार्यवाही से गैरहाजिर रहा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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लगातार मिल रही शिकायतें जब मुख्यमंत्री तक पहुंची तो मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने सभी विधायकों को पत्र लिख दिया है. जोशी में पत्र में सदन में अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान विधायकों के मौजूद रहने की बात कही है और अनुदान मांगे पारित होने तक कोई भी सदस्य सदन के बाहर नहीं जाए. अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है.