जयपुर. जयपुर में 12 दिसंबर को कांग्रेस रैली में शामिल होने देशभर के दिग्गज कांग्रेस नेता जयपुर (Congress leaders in Jaipur) पहुंच रहे हैं. जयपुर में कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली (mahangai hatao rally in jaipur) के लिए आज कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, तारिक अनवर, बालासाहेब थोराट, आनंद शर्मा, भूपेंद्र हुड्डा जैसे नेता जयपुर पहुंच चुके हैं.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्रियों और कांग्रेस शासित प्रदेश के दोनों मुख्यमंत्रियों चरणजीत सिंह चन्नी और भूपेश बघेल समेत कुल 22 नेता ऐसे हैं जिन्हें स्टेट गेस्ट का दर्जा दिया है. कांग्रेस की 12 दिसंबर को होने जा रही रैली के लिए रैली स्थल पर दो मंच बनाए गए हैं, जिनमें से एक मंच पर 106 नेताओं और दूसरे मंच पर 250 नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है. मुख्य मंच पर 106 नेताओं को जगह दी जाएगी, जिसमें राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व मुख्यमंत्री, 3 राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री, लोकसभा और राज्यसभा के वरिष्ठ सांसदों और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों को बैठाया जाएगा.
प्रमुख मंच पर बैठेंगे 106 नेता
इस तरह 2 मंच तैयार होंगे. एक मंच पर 106 नेता और दूसरे मंच पर 250 नेताओं को जगह मिलेगी. खास बात यह है कि सचिन पायलट बिना किसी पद के मुख्य मंच पर आसन ग्रहण करेंगे. जिस मंच पर राहुल गांधी बैठेंगे उस पर राजस्थान की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, कांग्रेस महासचिव भंवर जितेंद्र, गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा, पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी बैठेंगे. मुख्य मंच पर केवल वही नेता मौजूद रहेंगे जिनके पास कोई पद है, एकमात्र सचिन पायलट ऐसे नेता होंगे जो सत्ता या संगठन में बिना किसी पद के इस मंच पर बैठे हुए दिखाई देंगे.
दूसरे मंच पर बैठेंगे कांग्रेस के प्रमुख 250 नेता
मुख्य मंच के बगल में ही दूसरा मंच भी बनाया गया है, जिस पर 250 कुर्सियां लगाई जा रही हैं. इस मंच पर पार्टी के सांसदों, एआईसीसी के सचिव, राष्ट्रीय प्रवक्ता दूसरे राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ नेताओं को जगह दी जाएगी.
रैली में शामिल लोगों के लिए 25 हजार कुर्सियां, दावा 2 लाख का
जयपुर के विद्याधरनगर स्टेडियम में दो मंचों के अलावा मंच स्थल के ठीक सामने दो ब्लॉक ऐसे बनाए गए हैं जिसमें विधायकों, मंत्रियों और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को जगह दी जाएगी. इसके पीछे करीब 20 हजार कुर्सियां साधारण कार्यकर्ताओं और आम लोगों के लिए लगाई गई है. मतलब साफ है कि कांग्रेस की इस रैली में लोगो बैठकर सभा सुनने का अवसर मिलेगा. रैली स्थल के बाहर की तरफ 12 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, जहां वे लोग रैली में अपने नेताओं की बात सुन सकेंगे, जिन्हें कार्यक्रम स्थल पर जगह नहीं मिल सकेगी. ऐसे में नेताओं को उम्मीद है कि प्रमुख रैली स्थल के अलावा 3 से 4 गुना ज्यादा भीड़ कार्यक्रम स्थल से बाहर होगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रैली की तैयारियों का जायजा (Preparations at Congress rally site) लिया.
कांग्रेस रैली में कोविड गाइडलाइन
जयपुर में कांग्रेस की रैली में मास्क लगाना अनिवार्य होगा. रैली में शामिल होने के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट या 72 घंटे पुरानी कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट लानी आवश्यक होगी. इसके साथ ही रैली स्थल पर प्रवेश करने के लिए 16 ऐसे मेडिकल पॉइंट बनाए गए हैं जहां से डॉक्टरों की टीम पहले रैली में आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे और एंट्री की इजाजत देंगे.
हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कोविड-19 से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि बंगाल के चुनाव के समय देश में जो हाहाकार मचा हुआ था और ऑक्सीजन दवाइयों की कमी से जो लोग मर रहे थे, ऐसा माहौल आज देश में नहीं है. प्रधानमंत्री ने उस समय रैली कर गलती की और कोरोना का फैलाव किया. उन्होंने कहा कि राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने बूस्टर डोज के लिए भी केंद्र को लिखा है. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र के पास बूस्टर डोज की कोई प्लानिंग अभी है ही नहीं, तो वहीं उन्होंने बच्चों को भी वैक्सीन लगाने की नीति लाने की भी बात कही.
महंगाई हटाओ रैली मोदी सरकार के पतन का कारण बनेगी- अशोक गहलोत
कांग्रेस रैली को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot on Congress Rally) ने कहा कि महंगाई एक ऐसा मुद्दा है, जिससे हर देशवासी ग्रसित है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में महंगाई की मार है. पेट्रोल-डीजल, कंजूमर आइटम, रसोई के आइटम, रियल एस्टेट के लिए सीमेंट, लोहा सब पर महंगाई की मार है. ऐसे में लोग त्रस्त हैं. यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी ने देश का स्वभाविक मुद्दा चुना है और कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे देशवासियों का रिस्पांस भी मिलेगा. सीएम ने कहा कि इस रैली के जरिए एक मैसेज पूरे देश में जाएगा, यह रैली एनडीए के पतन की शुरुआत का कारण बनेगी.
केंद्र सरकार पर बनेगा दबाव- सचिन पायलट
कांग्रेस रैली को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot on Congress Rally) ने कहा कि कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली के बाद केंद्र सरकार को मजबूरन पेट्रोल डीजल गैस और अन्य चीजों की कीमतें कम करनी पड़ेंगी. रैली की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली के बाहर पहली बार कोई रैली होने जा रही है और राजस्थान इसके लिए चुना गया है. इस रैली के जरिए जयपुर और राजस्थान के ही नहीं बल्कि पूरे देश के आम लोगों की आवाज बुलंद करने के लिए कांग्रेस की पूरी लीडरशिप मौजूद रहेगी.
उन्होंने कहा कि जयपुर से निकलने वाली लाखों लोगों की आवाज को केंद्र को सुननी पड़ेगी और पेट्रोल, डीजल, गैस और खाने की वस्तुओं समेत सभी चीजों कीमतें कम करनी पड़ेंगी. पायलट ने कहा कि 7 साल के कुशासन का जवाब इस रैली के माध्यम से कांग्रेस और आम जन केंद्र की मोदी सरकार को देगी. पायलट ने कहा कि अभी चुनाव होने बाकी हैं लेकिन कांग्रेस का हर कार्यकर्ता चाहता है कि राहुल गांधी ही पार्टी के अध्यक्ष बनें.
पहली बार मिले अशोक गहलोत और सचिन पायलट
गौरतलब है कि कांग्रेस में सियासी संकट के बाद कैबिनेट विस्तार और संगठन में फेरबदल के बाद यह पहला मौका है जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट एक साथ नजर आए. बता दें कि सत्ता और संगठन में अपनों की भागीदारी को लेकर सचिन पायलट नाराज हो गए थे और बगावत पर उतर आए थे, इसके बाद प्रदेश में करीब डेढ़ साल तक सियासी संकट का दौर रहा.
अब जबकि राजस्थान में कैबिनेट का पुनर्गठन हो चुका है और पालयल कैंप के नेताओं को सत्ता और संगठन में भागीदारी मिल गई है तो सचिन पायलट भी सरकार के हर काम में बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी दिखा रहे हैं. खास बात यह भी है कि सत्ता और संगठन में कोई पद न होते हुए भी उन्हें कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली में मुख्य मंच पर बैठने के लिए जगह दी गई है.