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ओलावृष्टि पर गहलोत सरकार एक्शन मोड पर, 15 जिलों में प्रभारी मंत्री किए नियुक्त

राज्य में हुई भारी ओलावृष्टि से किसान की फसल तबाह हो गई है. प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान को देखते हुए गहलोत सरकार ने राज्य में ओलावृष्टि से प्रभावित 15 जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त किए हैं. ये प्रभारी मंत्री 8 मार्च से अपने प्रभाव वाले जिलों का दौरा कर प्रदेश में 4 से 6 मार्च को हुई ओलावृष्टि के नुकसान का जायजा लेकर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे.

जयपुर की खबर, Chief whip Mahesh Joshi
ओलावृष्टि से प्रभावित 15 जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त
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Published : Mar 7, 2020, 8:00 PM IST

जयपुर. बीते दिनों हुई ओलावृष्टि ने गहलोत सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इस प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान को देखते हुए गहलोत सरकार ओलावृष्टि से मायूस किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त किए हैं.

ओलावृष्टि से प्रभावित 15 जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त

गहलोत सरकार ने राज्य में ओलावृष्टि से प्रभावित 15 जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त कर दिए है. ये प्रभारी मंत्री 8 मार्च से अपने प्रभाव वाले जिलों का दौरा करेंगे. इस दौरान मंत्री प्रदेश में 4 से 6 मार्च को हुई ओलावृष्टि के नुकसान का जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री के निर्देश पर 15 जिलों के प्रभारी मंत्री किसानों से मुलाकात करेंगे और संबंधित जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर फसल खराबी की स्थिति का आकलन करेंगे.

बता दें कि 3 दिन से लगातार ओलावृष्टि होने से किसानों के खेत में खरीफ की फसल को तहस-नहस कर दिया है. सरसों गेहूं की फसल कटाई के अंतिम मोड़ पर खड़ी थी, लेकिन किसानों के फसल काटने से पहले ही ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी सारी बर्बाद हो गई. फसलों को हुए नुक्सान को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया और ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के कलेक्टर को गिरेवारी करने के निर्देश दिए.

उधर विधानसभा पहुंचे मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि सरकार हमेशा से ही किसानों के साथ खड़ी है इसमें प्रदेश में दो बड़ी आपदा आई है पहली कोरोना वायरस और दूसरी पिछले 3 दिन में हुई ओलावृष्टि की लेकिन सरकार इन दोनों आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. किसानों की फसल को जो नुक्सान हुआ है उसका मुआवजा उन्हें समय पर मिलेगा. इसके लिए सरकार कटिबद्ध है. वहीं बीकानेर प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि सरकार ने उन्हें बीकानेर की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने बीकानेर के अधिकारियों को टेलीफोन के माध्यम से बात कर ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्र का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं.

पढ़ें- जयपुरः रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर युवक से 10 लाख की ठगी

इन प्रभारी मंत्रियों को जिम्मेदारी

राज्य सरकार ने महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को अलवर, उर्जा मंत्री बीडी कल्ला को बाड़मेर, खेल मंत्री अशोक चांदना को भरतपुर, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को दोसा, शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर की जिम्मेदारी दी है, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को जयपुर, कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया को जोधपुर, पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को करौली, श्रम मंत्री टीकाराम जूली को सवाई माधोपुर, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को बूंदी, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शालेह मोहम्मद को बीकानेर, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग को चुरू, उद्योग मंत्री प्रसाद लाल मीणा को झुंझुनू और वन मंत्री सुखराम को नागौर जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है.

जयपुर. बीते दिनों हुई ओलावृष्टि ने गहलोत सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इस प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान को देखते हुए गहलोत सरकार ओलावृष्टि से मायूस किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त किए हैं.

ओलावृष्टि से प्रभावित 15 जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त

गहलोत सरकार ने राज्य में ओलावृष्टि से प्रभावित 15 जिलों में प्रभारी मंत्री नियुक्त कर दिए है. ये प्रभारी मंत्री 8 मार्च से अपने प्रभाव वाले जिलों का दौरा करेंगे. इस दौरान मंत्री प्रदेश में 4 से 6 मार्च को हुई ओलावृष्टि के नुकसान का जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री के निर्देश पर 15 जिलों के प्रभारी मंत्री किसानों से मुलाकात करेंगे और संबंधित जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर फसल खराबी की स्थिति का आकलन करेंगे.

बता दें कि 3 दिन से लगातार ओलावृष्टि होने से किसानों के खेत में खरीफ की फसल को तहस-नहस कर दिया है. सरसों गेहूं की फसल कटाई के अंतिम मोड़ पर खड़ी थी, लेकिन किसानों के फसल काटने से पहले ही ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी सारी बर्बाद हो गई. फसलों को हुए नुक्सान को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया और ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के कलेक्टर को गिरेवारी करने के निर्देश दिए.

उधर विधानसभा पहुंचे मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि सरकार हमेशा से ही किसानों के साथ खड़ी है इसमें प्रदेश में दो बड़ी आपदा आई है पहली कोरोना वायरस और दूसरी पिछले 3 दिन में हुई ओलावृष्टि की लेकिन सरकार इन दोनों आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. किसानों की फसल को जो नुक्सान हुआ है उसका मुआवजा उन्हें समय पर मिलेगा. इसके लिए सरकार कटिबद्ध है. वहीं बीकानेर प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि सरकार ने उन्हें बीकानेर की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने बीकानेर के अधिकारियों को टेलीफोन के माध्यम से बात कर ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्र का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं.

पढ़ें- जयपुरः रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर युवक से 10 लाख की ठगी

इन प्रभारी मंत्रियों को जिम्मेदारी

राज्य सरकार ने महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को अलवर, उर्जा मंत्री बीडी कल्ला को बाड़मेर, खेल मंत्री अशोक चांदना को भरतपुर, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को दोसा, शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर की जिम्मेदारी दी है, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को जयपुर, कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया को जोधपुर, पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को करौली, श्रम मंत्री टीकाराम जूली को सवाई माधोपुर, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को बूंदी, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शालेह मोहम्मद को बीकानेर, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग को चुरू, उद्योग मंत्री प्रसाद लाल मीणा को झुंझुनू और वन मंत्री सुखराम को नागौर जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है.

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