जयपुर. कोरोना संकट के विकट दौर में कई लोगों ने नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी निभाकर मिसाल पेश की है. लेकिन कई योद्धा ऐसे भी हैं जो गुमनामी में हैं और उनका काम अभी दुनिया के सामने नहीं आ पाया है. ऐसे नायकों को सम्मान दिलाने का बीड़ा जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी और भारत सोका गक्कई ने उठाया है.
जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. संदीप बख्शी और भारत सोका गक्कई के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने बुधवार को संयुक्त रूप से चेंज मेकर ह्यूमानिटी अवार्ड (Change Maker Humanity Award) की घोषणा की है.
डॉ. बख्शी और गुप्त ने बताया कि यह पहल उन गुमनाम योद्धाओं को समाज के सामने लाकर सम्मानित करने के लिए की गई है. जिन्होंने कोरोना संकट जैसी विकट परिस्थिति में अपनी जान की परवाह किए बिना चिकित्सा, सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और समाज सेवा में अपना अमूल्य योगदान दिया है.
यह अवार्ड इस परंपरा को सुदृढ़ करेगा कि न केवल सेवा भावना से दूसरों को प्रेरित कर सकता है, बल्कि उनमें समाज में बदलाव लाने की बड़ी क्षमता है. इसका मुख्य उद्देश्य मानव सेवा से जुड़े लोगों को सम्मानित करना है. जिन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में निस्वार्थ भाव से काम किया है.
इसके तहत किसी भी व्यक्ति या उसकी टीम और संस्था का इस अवार्ड के लिए चयन किया जाएगा. इसके लिए नामांकन 15 दिसंबर 2021 से 15 जनवरी 2022 तक लिए जाएंगे. विजेताओं का चयन एक प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल की ओर से शार्ट लिस्ट किए गए नामांकन से किया जाएगा. सम्मान समारोह 23 मार्च 2022 को जयपुर में आयोजित होगा.