जयपुर. ईटीवी के साथ बातचीत के दौरान आयोग अध्यक्ष रफीक खान ने कहा कि (Rafeek Khan Taunt on BJP) आजकल एक जुमला खूब चल रहा है कि लोगों ने 'विकास' नाम रखना बंद कर दिया है. 'नरेंद्र' नाम तो पहले ही रखना बंद कर दिया था, अब 'विकास' नाम भी कोई नहीं रख रहा. खान ने कहा कि यह दोनों नाम कोई नहीं रख रहा. उन्होंंने कहा कि गुजरात में तो लोग कहने लगे हैं कि 'विकास तो डांडो हो गए हैं', लेकिन राजस्थान में हम विकास करवा रहे हैं. हमारी प्राथमिकता विकास, विकास और सिर्फ विकास है.
इस बार अल्पसंख्यकों के लिए ऐतिहासिक होगा बजट : 23 फरवरी को आने वाले गहलोत सरकार के बजट को लेकर भी आयोग अध्यक्ष रफीक खान ने कहा कि इस बजट में अल्पसंख्यकों को बहुत कुछ मिलने वाला है. खान ने यह भी कहा कि अबतक की सरकारों ने इतना बजट नहीं दिया होगा, जितना इस बार आगामी बजट में अल्पसंख्यकों को मिलने वाला है. हालांकि, खान ने कहा कि बजट की बातें लीक करने पर सजा हो जाती है, लेकिन हमने कई प्रपोजल मुख्यमंत्री जी को दिए हैं और वह उन्होंने ज्यादा से ज्यादा प्रस्तावों पर मंजूरी देने का आश्वासन भी दिया है.
रफीक खान ने हिजाब विवाद पर कह दी यह बड़ी बात : वहीं, जब आयोग अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक रफीक खान से आरएसएस को लेकर मुख्यमंत्री और शांति धारीवाल के दिए गए बयानों से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने हिजाब प्रकरण का उदाहरण (Congress on Hijab Row) देते हुए केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस का नाम लिए बिना निशाना साधा. रफीक खान ने कहा कि एक हिजाब का मसला, एक यंग और अबला लड़की कॉलेज जाती है तो उसके चारों ओर कुछ राजनीतिक संगठनों के लड़के घेर कर डर, अशांति और भय का माहौल बनाते हैं और जय श्री राम के जोर-जोर से नारे लगाते हैं.
खान ने कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम थे. मर्यादा तोड़ने का काम उन्होंने नहीं सिखाया, बल्कि मर्यादा में रहने की बात सिखाई. खान ने कहा कि रावण भी लड़ा, जबकि रावण संत आदमी और विद्वान आदमी था, लेकिन उसमें अहंकार आ गया था और इसी अहंकार में उसे सही और गलत का ध्यान नहीं रहा. भगवान श्रीराम से लड़ा तो रावण का अंत हुआ. यह लोग रावण बनकर आम जनता से लड़ रहे हैं और इनका भी अंत निश्चित है.
धारीवाल, खाचरियावास और कागजी भी रहे मौजूद : रफीक खान के पदभार ग्रहण समारोह में यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल और खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ ही विधायक अमीन कागजी सहित विभिन्न धर्मों के प्रमुख लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान रफीक खान ने बतौर आयोग अध्यक्ष पद अपनी प्राथमिकताएं भी गिनाईं और आयोग के कामकाज को गति देने की बात भी कही. रफीक खान ने कहा कि आयोग के पास अभी करीब 65 से अधिक प्रकरण पेंडिंग हैं, जिनका निस्तारण करेंगे. वहीं, जिला स्तर पर अल्पसंख्यकों से जुड़े जो काम गति नहीं ले पा रहे, उन्हें भी गति देने के लिए टाइम बाउंड कार्यक्रम चलाए जाएंगे.