जयपुर. कोरोना वैक्सीन की कमी से जूझ रही प्रदेश की गहलोत सरकार ने वैक्सीन सप्लाई बढ़ाने की मांग को तेज कर दिया है. प्रदेश में चल रहे कोविड-19 अभियान की मंगलवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए प्रदेश में जल्द से जल्द वैक्सीनेशन किया जाए. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से दूसरी डोज के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की उपलब्ध कराने की मांग की है.
अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान कोविड वैक्सीनेशन का बेहतरीन प्रबंधन कर रहा है, लेकिन आवश्यकता के अनुरूप वैक्सीन की आपूर्ति नहीं होने के कारण लोगों को दूसरी डोज लगाने में देरी हो रही है. बड़ी संख्या में लोगों को दूसरी डोज लगाने का निर्धारित समय हो जाने की स्थिति में उन्होंने केन्द्र सरकार से वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति करने की आवश्यकता जताई.
उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य सरकार के अधिकारी केन्द्र सरकार से समन्वय कर वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग पुरजोर तरीके से रखें, ताकि लोगों को समय पर वैक्सीन दी जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के वैक्सीनेशन प्रबंधन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी सराहा है.
डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान उन अग्रणी प्रदेशों में शाामिल है, जहां वैक्सीन का सबसे कम वेस्टेज हुआ है. प्रदेश के लिए यह गर्व की बात है. हमारे चिकित्साकर्मियों ने पूरी दक्षता के साथ वैक्सीनेशन किया है. उन्होंने वैक्सीन की एक वायल में से 10 के अतिरिक्त मिलने वाली 11वीं डोज का भी उपयोग किया. जिससे राजस्थान में वैक्सीन की आपूर्ति के अनुपात में 1.8 प्रतिशत अधिक वैक्सीनेशन हो सका है.
गहलोत ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है. जिस तरह दूसरी लहर अचानक आई और देशभर में हाहाकार मच गया, उसी तरह तीसरी लहर भी कभी भी आ सकती है. राज्य सरकार ने सामाजिक एवं व्यवसायिक गतिविधियों में छूट का दायरा बढ़ाया है. हम चाहते हैं कि स्थितियां सामान्य हों, लेकिन लोग कोविड प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना नहीं करेंगे तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है. उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी महीनों में धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रोटोकॉल तैयार किया जाए ताकि कोविड संक्रमण के प्रसार से बचा जा सके.