जयपुर. सूरजगढ़ चेयरमैन सुरेंद्र चेतीवाल और पार्षद गिरधारी लाल पर भ्रष्टाचार के आरोप प्रमाणित होने के बाद भी उन्हें निलंबित नहीं किए जाने का विरोध हो रहा है. इसे लेकर वाइस चेयरमैन और अन्य 7 पार्षद सीएम को इस्तीफा सौंपने की चेतावनी दे रहे हैं, तो वहीं डीएलबी निदेशक ने निलंबन की कार्रवाई राज्य सरकार स्तर पर होने की बात कही है.
झुंझुनू जिले की सूरजगढ़ नगर पालिका के 8 पार्षद इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं. इनमें वाइस चेयरमैन सहित 7 कांग्रेसी और एक निर्दलीय पार्षद शामिल हैं. चेयरमैन सुरेंद्र चेतीवाल और पार्षद गिरधारी लाल मौर्य को निलंबित करने की मांग को लेकर पार्षद सीएम को अपना इस्तीफा सौंपने की चेतावनी दे रहे हैं.
दरअसल, चेयरमैन और पार्षद पर भ्रष्टाचार के आरोप साबित होने के बाद भी अब तक इन्हें निलंबित नहीं किया गया है. पार्षदों ने डीएलबी डायरेक्टर उज्ज्वल सिंह राठौड़ पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा, कि अभियोजन स्वीकृति और अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद भी अब तक उन्हें निलंबित नहीं किया गया है.
इस संबंध में डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ ने कहा, कि सिस्टम के तहत विभाग की ओर से यूडीएच मंत्री तक फाइल पहुंचाई गई है. इस पर मंत्री से निर्देश मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. इलेक्टेड चेयरमैन को नोटिस देने तक की कार्रवाई राज्य सरकार के निर्देश पर होती है. ऐसे में निलंबन की कार्रवाई भी सरकार स्तर पर ही होगी. बहरहाल, वाइस चेयरमैन राजकुमार गोदारा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद इस्तीफा देने को तैयार हैं.