जयपुर. कोटा के जेके लोन अस्पताल में 9 नवजात शिशु की मौत के बाद चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने संबंधित मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक से बच्चों की मौत के मामले में रिपोर्ट तलब की है.
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि ने 9 शिशुओं की मौत की सूचना प्राप्त होते ही स्थानीय प्राचार्य और प्रशासनिक अधिकारियों को घटना की प्रारंभिक जांच कर तत्काल रिपोर्ट देने के निर्देश दिए. साथ ही कोटा मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य से जेके लोन अस्पताल में 9 शिशुओं की मौत की सूचना पर रिपोर्ट तलब की.
रघु शर्मा ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार बताए गए 9 शिशुओं में से 3 नवजात बच्चे मृत अवस्था में लाए गए थे. 3 नवजात की मृत्यु जन्मजात बीमारी के कारण हुई है. शेष 3 नवजात शिशुओं की मृत्यु चिकित्सकों के अनुसार सीओटी के कारण हुई है. जेके लोन अस्पताल कोटा के चिकित्सा अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि चिकित्सालय में उपचार के लिए आने वाले 9 बच्चों की 10 दिसंबर को मृत्यु हुई है.
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अधीक्षक ने बताया कि इनमें से 3 बच्चे अस्पताल में मृत अवस्था में ही लाए गए थे और उनके परिजनों को तत्काल ही इस संबंध में सूचित कर दिया गया था. इसके अतिरिक्त 3 बच्चे जन्मजात विकृतियों से ग्रस्त थे. शेष 3 बच्चों की सीओटी के कारण मृत्यु हुई है. शिशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार बच्चे को घुटन की स्थिति में, दूध पिलाते समय हुई त्रुटि सहित अन्य कारणों को सीओटी के कारण मृत्यु माना जाता है.
चिकित्सा मंत्री शर्मा ने अस्पताल प्रशासन को नवजात बच्चों की समुचित देखभाल करने की सख्त हिदायत दी है. साथ ही कहा कि उपचार में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.