जयपुर. नागौर में दलित युवकों के साथ हुई घटना के बाद भले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया हो, लेकिन इसमें पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है. इस मामले में गुरुवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा है. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा कि इस मामले में सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, कि सभी आरोपियों को कानून के हिसाब से कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. तो वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा, कि राज्य में कानून व्यवस्था सुदृढ़ रहे और हर नागरिक सुरक्षित महसूस करें यह सरकार की पहली प्राथमिकता है. पायलट ने कहा, कि कोई कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो उन पर सख्त कार्रवाई होगी.
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साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने 3 सदस्य कमेटी का गठन किया है, जिसमें मंत्री मास्टर भंवरलाल, विधायक हरीश मीणा और संगठन महामंत्री महेश शर्मा को रखा गया है. यह कमेटी शुक्रवार को नागौर जाकर इस मामले की पड़ताल करेगी और 21 फरवरी को प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को इस मामले में रिपोर्ट सौंपेगी.
मामले को लेकर मंत्री मास्टर भंवरलाल ने कहा, कि उन्होंने अधिकारियों को कल रात ही सख्त निर्देश दे दिए थे कि विधानसभा शुरू होने से पहले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाए. पुलिस ने सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने कहा, कि वह 11वीं बार चुनाव लड़े हैं लेकिन ऐसी घटनाएं होती रही है.
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, कि इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो पुलिस का प्रशंसनीय काम है. उन्होंने कहा, कि ऐसा नहीं है कि इस तरह के मामले राजस्थान में बढ़ते जा रहे हैं, कभी-कभी ऐसे हादसे हो जाते हैं.
धारीवाल ने कहा, कि लंबा-चौड़ा प्रदेश है और ऐसे मामले हो जाते हैं, लेकिन पुलिस ने तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की. धारीवाल ने कहा, कि मॉब लिंचिंग कानून इस मामले में नहीं लगाया जा सकता है, क्योंकि मॉब लिंचिंग कानून अभी राष्ट्रपति से पास नहीं हुआ है.