जयपुर. राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लगातार हो रही वन्यजीवों की मौत के बाद वन विभाग सतर्क हो गया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की निगरानी के लिए कैमरे लगाए जाएंगे. कैमरे की सहायता से वन्यजीवों को होने वाली परेशानी या बीमारी का तुरंत पता चल सकेगा और उपचार किया जा सकेगा.
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों के पिंजरों पर कैमरों से नजर रखी जाएगी. लॉयन सफारी में भी एंक्लोजर में कैमरे लगाए जाएंगे. कैमरों के जरिए अधिकारियों की भी मॉनिटरिंग रहेगी. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले 14 महीने में करीब 9 वन्यजीवों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज्यादातर लॉयन और टाइगर की मौत हुई है. लगातार हो रहे वन्यजीव की मौत को रोकने के लिए वन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है.
बता दें, पिछले दिनों पंजाब वन विभाग की टीम को भी नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क विजिट के लिए बुलाया गया था. पंजाब वन विभाग की टीम ने नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की व्यवस्थाएं देखकर कई सुझाव दिए, जिसके बाद राजस्थान वन विभाग ने नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों के पिंजरे में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय किया है. सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से वन्यजीवों के स्वास्थ्य और दिनचर्या पर नजर रखी जाएगी.
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नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के क्षेत्रीय वन अधिकारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि पार्क में पिछले दिनों वन्यजीवों की मौत हुई है, जिसके बाद निर्णय लिया गया है कि सभी एंक्लोजरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों के जरिए मॉनिटरिंग की जाएगी. पुराने कैमरे को भी रिपेयर करवाया गया है. सीसीटीवी कैमरा को मोबाइल से भी कनेक्ट किया जाएगा. उन्होंने बताया कि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में किसी भी तरह की कोई समस्या होती है तो डॉक्टर और अधिकारी अपने मोबाइल में देख सकेंगे. अगर वन्यजीव को किसी प्रकार की प्रॉब्लम होती है तो उसका तत्काल पता चलेगा और शीघ्र इलाज शुरू किया जाएगा.
बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग वन्यजीव विशेषज्ञों को भेजकर सलाह भी ली जा सकेगी. अभी वन्यजीव को बीमारी या कोई समस्या होती है तो उसके बारे में डॉक्टर को जानकारी दी जाती है और उसके बाद इलाज शुरू किया जाता है और तब तक समय निकल जाता है, जिसकी वजह से कई वन्यजीवों की मौत भी हो चुकी है.
इन समस्याओं से निजात पाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि समस्या का तुरंत समाधान हो. सीसीटीवी कैमरे को मॉनिटरिंग टीम के मोबाइलों से कनेक्ट किया जाएगा ताकि किसी भी प्रॉब्लम से वन्यजीवों को बचाया जा सके. लायन सफारी, टाइगर एंक्लोजर और लायन एंक्लोजर में कैमरे जल्द लगाए जाएंगे. वन्यजीवों के ब्लड सैंपल लेने के लिए भी विशेष व्यवस्था की जा रही है ताकि उनको डाउन नहीं करना पड़े और आसानी से ब्लड सैंपल लिया जा सके.