ETV Bharat / city

जयपुर में दस दिनों के लिए लगाया जा रहा गांधी शिल्प बाजार..खरीदार नहीं आने से हस्तशिल्प कलाकार हुए मायूस

author img

By

Published : Jan 8, 2021, 10:51 PM IST

जयपुर में कपड़ा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से गांधी शिल्प बाजार लगाया गया है. जलमहल के सामने राजस्थान हॉट में 10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार लगाया गया है. इस लगाए गए बाजार में खरीदार नहीं आने से हस्तशिल्प कलाकार मायूस नजर आ रहे हैं.

जयपुर न्यूज, राजस्थान न्यूज, jaipur news, rajasthan news
जयपुर में दस दिनों कोे लिए लगाया जा रहा गांधी शिल्प बाजार

जयपुर. राजधानी में कपड़ा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से गांधी शिल्प बाजार लगाया गया है. यह बाजार जलमहल के सामने राजस्थान हॉट में 10 दिनों के लिए लगाया गया है. साथ ही इस बार बाजार में खरीदार नहीं आने से हस्तशिल्प कलाकार मायूस नजर आ रहे हैं.

जयपुर में दस दिनों कोे लिए लगाया जा रहा गांधी शिल्प बाजार

बता दें कि नए साल पर काफी उम्मीदें लेकर देश के विभिन्न प्रदेशों से हस्तशिल्प कलाकार गांधी शिल्प बाजार में अपने हैंडमेड उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के लिए आए थे. लेकिन बाजार में ग्राहक नहीं आने से सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया. डेवलपमेंट कमिश्नर हैंडीक्राफ्ट मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल्स भारत सरकार की ओर से गांधी शिल्प बाजार 1 जनवरी से 10 जनवरी तक आयोजित किया गया है.

गांधी शिल्प बाजार में ग्राहक नहीं आने से सन्नाटा देखने को मिल रहा है. साथ ही गांधी शिल्प बाजार में देश भर के हस्तशिल्प, दस्तकारों, बुनकरों समेत कई कलाकारों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है. इसके अलावा बाजार में विभिन्न प्रकार की हस्तशिल्प उत्पादों की 80 से ज्यादा स्टॉल्स लगाई गई हैं, लेकिन इस बार बिक्री नहीं होने से दुकानदार मायूस हैं. साथ ही कई दुकानदारों के सामान की जरा भी बिक्री नहीं हो रही है.

पढ़ें: हाईकोर्ट में 11 जनवरी से होगी नियमित सुनवाई, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी रख सकते हैं पक्ष

जहां किसी के दुकान पर एक ग्राहक पहुंचा तो किसी के एक भी नहीं. हस्तशिल्प दुकानदारों की मानें तो सरकार की ओर से ठीक से प्रचार नहीं होने के कारण ग्राहकों तक गांधी शिल्प बाजार की जानकारी ही नहीं पहुंच पाई है. जिसके चलते ग्राहक बाजार में खरीदारी करने के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं. हस्तशिल्प कलाकारों ने बताया कि एक ओर कोरोना तो दूसरी तरफ विभाग की तरफ से प्रचार का अभाव होने से ग्राहकों का पॉजिटिव रिस्पांस नहीं मिल रहा है.

साथ ही ग्राहकों को तो पता भी नहीं है कि यहां पर बाजार लगा हुआ है. गांधी शिल्प बाजार में हस्तशिल्प उत्पाद मिट्टी के बर्तन, परिधान, बेडशीट, सजावटी सामान समेत अन्य वस्तुओं का प्रदर्शन हस्तशिल्पियों की ओर से किया जा रहा है. इसके साथ ही एक ही स्थान पर गुणवत्ता युक्त हस्तशिल्प उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं. इस तरह की प्रदर्शनी के माध्यम से उपभोक्ताओं को हस्तशिल्प कलाकारों और उपभोक्ताओं के बीच मध्यस्थों से बचाने का प्रयास किया गया है. लेकिन कोरोना और रात्रिकालीन कर्फ्यू का भी बाजार पर असर पड़ रहा है. विभाग की ओर से भी अच्छे से प्रचार-प्रसार नहीं होना एक वजह बताई जा रही है.

जयपुर. राजधानी में कपड़ा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से गांधी शिल्प बाजार लगाया गया है. यह बाजार जलमहल के सामने राजस्थान हॉट में 10 दिनों के लिए लगाया गया है. साथ ही इस बार बाजार में खरीदार नहीं आने से हस्तशिल्प कलाकार मायूस नजर आ रहे हैं.

जयपुर में दस दिनों कोे लिए लगाया जा रहा गांधी शिल्प बाजार

बता दें कि नए साल पर काफी उम्मीदें लेकर देश के विभिन्न प्रदेशों से हस्तशिल्प कलाकार गांधी शिल्प बाजार में अपने हैंडमेड उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के लिए आए थे. लेकिन बाजार में ग्राहक नहीं आने से सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया. डेवलपमेंट कमिश्नर हैंडीक्राफ्ट मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल्स भारत सरकार की ओर से गांधी शिल्प बाजार 1 जनवरी से 10 जनवरी तक आयोजित किया गया है.

गांधी शिल्प बाजार में ग्राहक नहीं आने से सन्नाटा देखने को मिल रहा है. साथ ही गांधी शिल्प बाजार में देश भर के हस्तशिल्प, दस्तकारों, बुनकरों समेत कई कलाकारों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है. इसके अलावा बाजार में विभिन्न प्रकार की हस्तशिल्प उत्पादों की 80 से ज्यादा स्टॉल्स लगाई गई हैं, लेकिन इस बार बिक्री नहीं होने से दुकानदार मायूस हैं. साथ ही कई दुकानदारों के सामान की जरा भी बिक्री नहीं हो रही है.

पढ़ें: हाईकोर्ट में 11 जनवरी से होगी नियमित सुनवाई, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी रख सकते हैं पक्ष

जहां किसी के दुकान पर एक ग्राहक पहुंचा तो किसी के एक भी नहीं. हस्तशिल्प दुकानदारों की मानें तो सरकार की ओर से ठीक से प्रचार नहीं होने के कारण ग्राहकों तक गांधी शिल्प बाजार की जानकारी ही नहीं पहुंच पाई है. जिसके चलते ग्राहक बाजार में खरीदारी करने के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं. हस्तशिल्प कलाकारों ने बताया कि एक ओर कोरोना तो दूसरी तरफ विभाग की तरफ से प्रचार का अभाव होने से ग्राहकों का पॉजिटिव रिस्पांस नहीं मिल रहा है.

साथ ही ग्राहकों को तो पता भी नहीं है कि यहां पर बाजार लगा हुआ है. गांधी शिल्प बाजार में हस्तशिल्प उत्पाद मिट्टी के बर्तन, परिधान, बेडशीट, सजावटी सामान समेत अन्य वस्तुओं का प्रदर्शन हस्तशिल्पियों की ओर से किया जा रहा है. इसके साथ ही एक ही स्थान पर गुणवत्ता युक्त हस्तशिल्प उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं. इस तरह की प्रदर्शनी के माध्यम से उपभोक्ताओं को हस्तशिल्प कलाकारों और उपभोक्ताओं के बीच मध्यस्थों से बचाने का प्रयास किया गया है. लेकिन कोरोना और रात्रिकालीन कर्फ्यू का भी बाजार पर असर पड़ रहा है. विभाग की ओर से भी अच्छे से प्रचार-प्रसार नहीं होना एक वजह बताई जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.