जयपुर. राजस्थान पुलिस की ओर से पूरे प्रदेश में लंबे समय से विभिन्न आपराधिक प्रकरणों में वांछित चल रहे बदमाशों, स्थाई वारंटी और गिरफ्तार वारंटी सहित अन्य बदमाशों की धरपकड़ का अभियान चलाया जा रहा है. बूंदी जिले के कोतवाली थाने में 16 स्थाई वारंटी वांछित चल रहे थे जिन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर वारंट का निस्तारण करवाया गया है. स्थाई वारंटी में एक नाम देवालाल गुर्जर का भी शामिल था जो राजस्थान सरकार के मंत्री अशोक चांदना के पिता (Devalal Gurjar father of Minister Ashok Chandna) हैं.
हालांकि, पुलिस मंत्री अशोक चांदना के पिता देवालाल गुर्जर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करती उससे पहले ही कोर्ट ने उनके स्थाई वारंट को स्वत: निरस्त कर दिया. हालांकि, पुलिस ने जो प्रेस नोट जारी किया उसमें देवालाल गुर्जर का नाम भी उन 16 स्थाई वारंटी में शामिल किया गया जिन्हें गिरफ्तार कर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. वहीं, जब मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आया और उन्हें जब यह पता चला कि देवालाल गुर्जर को गिरफ्तार नहीं किया गया है बल्कि उनके खिलाफ जारी स्थाई वारंट को कोर्ट ने स्वत: निरस्त किया है, तो आला अधिकारियों के निर्देश पर तुरंत ही संशोधित बयान जारी किया गया.
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पुलिस ने पहले जारी किए गए बयान में देवालाल गुर्जर को गिरफ्तार होना दर्शाया तो वहीं संशोधित बयान में देवालाल गुर्जर के नाम के सामने 'न्यायालय से स्वत: निरस्त किया गया है,' लिखकर उसे हाईलाइट किया. गौरतलब है कि मंत्री अशोक चांदना अक्सर विवादों में रहते हैं और हाल ही में एक ट्वीट करके वह काफी चर्चा में आए थे. वहीं गत दिनों पूर्व पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने अशोक चांदना के खिलाफ लंबे समय से वांछित चल रहे प्रकरण में संबंधित जिला पुलिस को पत्र लिखकर चालान पेश करने के आदेश भी दिए हैं.