जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी में मंगलवार को एक अजीब वाकया सामने आया. जिसने राजस्थान विश्वविद्यालय के सिस्टम की भी पोल खोल कर रख दी. विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज महारानी कॉलेज की बीएससी फाइनल ईयर की एक छात्रा ने फाइनल ईयर का रीवैल्युएशन का फॉर्म भरा और उसके मार्क्स फर्स्ट ईयर के बढ़ा दिए (BSc first year marks revaluated against BSc final) गए.
राजस्थान विश्वविद्यालय में बीते दिनों बीएससी फाइनल ईयर का रिजल्ट जारी किया. जिसके बाद छात्र-छात्राओं को रिवैल्युएशन का भी मौका दिया गया. महारानी कॉलेज बीएससी फाइनल ईयर की एक छात्रा ने फाइनल ईयर में 276 अंक प्राप्त किए. हालांकि सप्लीमेंट्री आने के चलते वो अपने अंकों से संतुष्ट नहीं थी. यही वजह रही कि उसने रीवैल्युएशन का फॉर्म भरा, लेकिन जब रिवैल्युएशन का रिजल्ट आया तो वह चौंका देने वाला था. क्योंकि उस छात्रा के फाइनल ईयर की जगह फर्स्ट ईयर में अंक बढ़े हुए थे.
पढ़ें: 98 में से 88 छात्र फेल...9 की सप्लीमेंट्री, गुहार के बाद कुलपति ने दिए जांच के आदेश
पूर्व में छात्रा के फर्स्ट ईयर में 240 अंक आए थे और जब फाइनल ईयर के रिवैल्युएशन का रिजल्ट आया तो उसमें फर्स्ट ईयर के अंक 240 के स्थान पर 271 कर दिए गए. ऐसे में उसकी सप्लीमेंट्री बरकरार रही, लेकिन टोटल मार्क्स में 31 अंकों का इजाफा हो गया. विश्वविद्यालय प्रशासन की इस कारगुजारी पर यूनिवर्सिटी के गलियारों से लेकर संघटक कॉलेजों तक चर्चा बनी रही. सवाल भी उठे कि आखिर यूनिवर्सिटी प्रशासन का सिस्टम कब सुधरेगा. आखिर विश्वविद्यालय में ऐसा कब तक चलेगा.