जयपुर. प्रदेश में दो महीने बाद बोर्ड की परीक्षाएं हैं लेकिन स्टेट ओपन के विद्यार्थियों को अब तक किताबें उपलब्ध नहीं हो पाई है. राजस्थान विधानसभा के शून्यकाल में स्थगन के जरिए भाजपा विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने यह मामला उठाया. देवनानी ने कहा कि दो महीने बाद परीक्षा है और अभी तक 10वीं व 12वीं के 1.25 लाख विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिल पाई है.
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पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाखों विद्यार्थी ऐसे हैं जो स्कूल नहीं जा पाते और वह स्टेट ओपन के माध्यम से पढ़ाई करते हैं. वर्तमान समय में 10वीं और 12वीं कक्षा में ऐसे करीब 1.25 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं, जो पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विभाग की अनदेखी के कारण उनको अब तक किताबें नहीं मिल पाई है, जिससे वे चाह कर भी अपनी परीक्षा की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं.
वासुदेव देवनानी ने कहा कि दिसंबर तक पुस्तकें मिल जाती है, लेकिन विभाग और सरकार की अकर्मण्यता के कारण अब तक इसके टेंडर भी नहीं हो पाए हैं. उन्होंने सरकार से इन बच्चों को जल्द पुस्तकें उपलब्ध कराने और साथ ही इस काम के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की.
विधायक धर्मेंद्र कुमार ने उठाई लोक परिवहन बसों से जुड़ी मांग
शून्यकाल में भाजपा विधायक धर्मेंद्र कुमार ने अपने विधानसभा क्षेत्र में राजस्थान रोडवेज और लोक परिवहन बसों को लेकर आ रही परेशानी को सदन में रखा. स्थगन प्रस्ताव के जरिए उन्होंने लोक परिवहन की बसों को निर्धारित स्थान पर रुकने है और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करने की मांग की.