जयपुर. मोदी सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने के बाद अब प्रदेश में वेट कम करने की मांग की जा रही है. ताकि जनता को सस्ती दर पर पेट्रोल और डीजल उपलब्ध हो सके. भारतीय जनता युवा मोर्चा जयपुर देहात उत्तर की ओर से मंगलवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर पेट्रोल डीजल पर वेट कम करने की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी (BJYM demonstrated to reduce weight on petrol and diesel) की. वेट कम नहीं करने पर युवा मोर्चा की ओर से एक बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई.
भारतीय जनता युवा मोर्चा जयपुर देहात उत्तर के जिला अध्यक्ष भगवान सहाय शर्मा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर एकत्र हुए और यहां गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. जयपुर देहात उत्तर के युवा मोर्चा अध्यक्ष भगवान सहाय शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल के दाम कम कर दिए हैं, अब गहलोत सरकार की बारी है कि वह पेट्रोल और डीजल पर वेट कम करें. ताकि महंगाई के दौर में जनता को राहत मिल सके. भगवान सहाय शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि गहलोत सरकार पेट्रोल और डीजल पर वेट कम नहीं करती है तो आने वाले दिनों में युवा मोर्चा गहलोत सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेगा.
भगवान सहाय ने कहा पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने का संबंध चुनाव से नहीं: भगवान सहाय शर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दरों के अनुसार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते और घटते हैं. जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल और डीजल के दाम कम हुए तो मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम भी कम कर दिए. भगवान सहाय शर्मा ने कहा कि पेट्रोल के दाम बढ़ने का चुनाव से कोई संबंध नहीं है. यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दाम घटने और बढ़ने का परिणाम है. युवा मोर्चा देहात उत्तर की ओर से अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया.
केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद राज्य सरकार की ओर से अपने वेट में कमी नहीं करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने मंगलवार को जोधपुर जिला कलेक्ट्रेट पर सरकार के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया. गहलोत सरकार के विरुद्ध नारेबाजी भी की. भाजयुमो के नेता वरुण धाणदिया के नेतृत्व में पार्टी के युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
केंद्र सरकार की तरह राज्य सरकार वेट कम करें: युवा मोर्चा ने मांग की है कि केंद्र सरकार ने छह माह में दूसरी बार एक्साइज में कमी कर लोगों को राहत दी है. लेकिन प्रदेश सरकार राज्य की जनता को राहत नहीं दे रही है. जबकि अन्य प्रदेशों की सरकार ने अपनी जनता को केंद्र की ओर से एक्साइज घटाने के बाद टैक्स में कमी की है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार वेट में कमी नहीं कर रही है. इसका खामियाजा गहलोत सरकार को चुनावों में उठाना पड़ेगा. बता दें कि हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कमी कर लोगों को राहत दी थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने सभी सरकारों को अपने अपने हिस्से का वेट कम करने का आग्रह किया था. लेकिन राजस्थान सरकार ने ऐसा नहीं किया. जिसका भाजयुमों विरोध कर रहा है.