जयपुर. प्रदेश में हुए विधानसभा उपचुनाव और पंचायत चुनाव में भले ही बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन फिर भी बीजेपी गहलोत सरकार खिलाफ आक्रामक है. यही वजह है कि दिसम्बर में जब सरकार के 3 साल के कामकाज को लेकर जहां एक और सरकार अपनी सफलता के गुणगान करेगी, वहीं बीजेपी गहलोत सरकार (Gehlot Government) के खिलाफ हल्ला बोल अभियान शुरू कर रही है.
अप्रैल तक की कार्य योजनाओं पर मंथन
दिसंबर में शुरू होने वाले सरकार के खिलाफ आंदोलन और पार्टी के चिंतन शिविर (Contemplation Camp) को लेकर पार्टी मुख्यालय पर मंथन किया जा रहा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस बैठक में अप्रैल तक की कार्य योजना को लेकर चर्चा होगी. दिसंबर में सरकार के खिलाफ होने वाले बड़े आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई जायगी. इसके साथ ही पार्टी में होने वाले चिंतन शिविर को लेकर भी बैठक में चर्चा होगी.
सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में होने वाली बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को लेकर भी शनिवार को चर्चा की जा रही है. जिस तरह से सरकार के 3 साल का कामकाज रहा है और जनता को जो सुशासन देने की बात थी, उस वादे को पूरा गहलोत सरकार नहीं कर पाई है. इसी को लेकर हम एक बार फिर जनता के बीच में जाएंगे. आम जनता की समस्याओं और उनके कामकाज को लेकर सरकार के खिलाफ दिसंबर में बड़ा आंदोलन होगा.
राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे की तैयारी
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राजस्थान के दौरे पर आने वाले हैं. हालांकि जेपी नड्डा (JP Nadda) के दौरे की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए शनिवार को होने वाली बैठक में चर्चा होगी. साथ ही नवंबर के आखिरी सप्ताह में प्रदेश की कार्यसमिति की बैठक होगी, उस बैठक में पार्टी के कामकाज की रूपरेखा तैयार की जाएगी.