जयपुर. नगर निगम हेरिटेज में तो कांग्रेस का बोर्ड और महापौर बनना पहले से तय था, लेकिन नगर निगम ग्रेटर को लेकर भी कांग्रेस के बड़े नेता लगातार बोर्ड बनाने का दावा कर रहे थे. कांग्रेस के बड़े नेता यह दावा करते हुए नजर आ रहे थे कि जिस तरीके से पिछली बार भाजपा पार्षदों में तोड़फोड़ करते हुए विष्णु लाटा को महापौर बनाया था, कुछ उसी तरीके से इस बार भी जयपुर ग्रेटर में वह बोर्ड और महापौर बना लेगी.
वहीं, मतदान के 1 दिन पहले अब यह बात लगभग साफ हो चुकी है कि कांग्रेस पार्टी जयपुर ग्रेटर नगर निगम में अपना दावा छोड़ चुकी है. कांग्रेस पार्टी नगर निगम ग्रेटर में उन भाजपा विधायकों के सहारे थी जो महापौर के चेहरे से नाराज थे और इसी आधार पर लगातार कांग्रेस के नेता दावा भी कर रहे थे. लेकिन अब जैसे ही भाजपा के नेता अपनी महापौर प्रत्याशी सौम्या गुर्जर के पक्ष में आ खड़े हुए हैं, कांग्रेस ने अपना दावा भी केवल नगर निगम हेरिटेज तक सीमित कर लिया है.
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हालात यह है कि कांग्रेस जयपुर नगर निगम के डर से पूरे निर्दलीयों को भी अपने साथ नहीं ले सकी. ऐसे में अब साफ है कि अब तक तोड़फोड़ की जो चर्चाएं चल रही थी अब वह पूरी तरीके से समाप्त हो गई है और जयपुर में नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस अपना बोर्ड बना लेगी तो वहीं भाजपा नगर निगम ग्रेटर से अपना बोर्ड बना लेगी.