जयपुर. प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने (BJP targets Gehlot government) पर है. विपक्ष ने सवाई माधोपुर में हुई महिला के दुष्कर्म की वारदात पर सरकार को घेरा है. विपक्ष का आरोप है कि प्रदेश की आम आवाम दहशतगर्दी में जीने को मजबूर है और मुख्यमंत्री गहलोत सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं .
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने बढ़ते अपराधों को लेकर गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन सीएम अशोक गहलोत खुद ही गृह विभाग की कमान संभाले हुए हैं. कांग्रेस के पास एक भी ऐसा विधायक नहीं है जिसे गृह मंत्री बनाया जाए. पूनिया ने कहा कि गहलोत को गृह मंत्री का पद छोड़ देना चाहिए. आज राजस्थान में सबसे ज्यादा अपराध हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जो भी सरकार होती है वह भरोसा देती है कि वह हमें सुरक्षा देगी. जन सुरक्षा का भरोसा देने वाली सरकार जब असक्षम होती है तो सवाल होते हैं.
प्रदेश को लेकर नजरिया बदल गया
पूनिया ने कहा कि प्रदेश को लेकर अब लोगों का नजरिया बदल गया है. पर्यटक यहां इसलिए आते हैं कि बहुत सारे मॉन्यूमेंट्स और टूरिस्ट प्लेस हैं. व्यापारी भी यहां पर आते हैं कि उन्हें सुरक्षा के माहौल में व्यापार करने का मौका मिलेगा. लोग सुकून भरा राज्य ढूंढ के राजस्थान स्थाई तौर पर रहने को आ रहे थे, लेकिन आज स्थिति विकट हो गई है. साढ़े छह लाख मुकदमे दर्ज होना और उसमें भी महिला अपराध ज्यादा होना और भी चिंताजनक है. पूनिया ने कहा कि यह आरोप हम नहीं लगा रहे. नेशनल क्राइम ब्यूरो के जो आंकड़े हैं वह चिंताजनक हैं.
भिवाड़ी और सवाई माधोपुर की घटना चिंता जनक
पूनिया ने कहा कि जिस तरह से भिवाड़ी और सवाई माधोपुर में घटनाएं हुईं हैं वह बड़ी चिंताजनक हैं. ऐसा लगता है कि राजा अब कुर्सी की फिक्र में है. जब कोई राजा कुर्सी की चिंता करता है तो दूसरों की जिंदगी खतरे में होती है. राजस्थान में यही कहा जा रहा है जिस तरह रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था वैसे ही आज प्रदेश की जनता असुरक्षा के माहौल में जी रही है. मुखिया खामोश बैठे हैं.
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दहशतगर्दी में जीने को मजबूर
प्रदेश में लगातार बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की बदहाल कानून व्यवस्था के चलते हर आदमी दहशतगर्दी में जीने को मजबूर है. अलवर की घटना के बाद सवाई माधोपुर में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है. राजस्थान में सुबह से शाम तक में रोजाना दुष्कर्म हो रहे हैं. ऐसे हालात कभी नहीं रहे हैं. यह राजस्थान के मुख्यमंत्री जो कि गृह मंत्री भी हैं, उनकी सबसे बड़ी नाकामी है.
राजस्थान के लोगों के साथ धोखा
बजट को लेकर राठौड़ ने कहा कि सीएम बदहाल अर्थव्यवस्था पर सदन और सदन के बाहर ट्वीट कर रहे हैं, लेकिन राजस्थान आर्थिक आपातकाल की ओर बढ़ चुका है. जो बजटीय घोषणाएं की है, उनकी कैसे पूरा किया जाएगा तो उन्होंने केंद्रीय बजट पर अपना अर्थशास्त्रीय ज्ञान दे डाला. राजस्थान के लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा नहीं हो सकता है.