जयपुर. प्रदेश में थर्ड ग्रेड टीचर के तबादले प्रतिबंध है जिससे हजारों शिक्षक ना केवल परेशान है बल्कि सरकार की इस कार्यशैली को लेकर आक्रोश में भी है. इस बीच भाजपा ने प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए थर्ड ग्रेड टीचरों की ट्रांसफर को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया (BJP targets congress on teachers transfer) है. साथ ही रीट परीक्षा के बाद होने वाली शिक्षकों की भर्ती के दौरान थर्ड ग्रेड टीचरों के तबादलों को लेकर एक अहम सुझाव भी सरकार को दिया है.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस चुनावी समर में थी तब तमाम सरकारी कर्मचारियों का विशेष ध्यान और जन भावनाओं के आधार पर निर्णय लेने का वादा किया था लेकिन साढ़े 3 साल का कार्यकाल बीत जाने के बावजूद थर्ड ग्रेड टीचरों के तबादलों को लेकर गहलोत सरकार ने कुछ नहीं किया. जिसके चलते 15 से 20 साल बीतने के बाद भी कई थर्ड ग्रेड टीचर अपने गृह जिले या अन्य जिलों में तबादला नहीं करवा पा रहे..
शर्मा ने कहा पिछली भाजपा सरकार के दौरान साल 2012 से पहले के थर्ड ग्रेड टीचरों को लेकर बकायदा पॉलिसी बनाकर उनका ट्रांसफर किया गया. जिसमें अधिकतर थर्ड ग्रेड टीचरों को राहत मिली थी. लेकिन मौजूदा सरकार इन्हें राहत देने के मूड में नहीं दिखती. शर्मा ने कहा रीट परीक्षा के परिणाम जारी होंगे और उसके बाद शिक्षकों की भर्ती भी होगी. ऐसे में पहले प्रतिबंधित जिलों में पोस्टेड थर्ड ग्रेड टीचरों के तबादले हों, जो 15 से 20 साल से एक ही प्रतिबंधित जिले में तैनात हैं. सरकार पहले उन्हें मनमाफिक जिले में ट्रांसफर करे और फिर वहां खाली हुई पोस्ट को नई शिक्षक भर्ती के जरिए भरे जाए. ऐसा करके ही कुछ राहत मिल पाएगी.