जयपुर. प्रदेश में हुई ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा में पेपर लीक (Paper Leak in Village Development Officer Exam) का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बार भाजपा ने पेपर लीक मामले में एनएसयूआई पदाधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए सवाल उठाए हैं. वहीं भाजयुमो ने जयपुर शहर ने बड़ी चौपड़ पर एनएसयूआई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री से ही इस्तीफे की मांग कर डाली.
परीक्षा के जरिए नौकरी देने का दिखावा : भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने यह तक कह दिया कि इस प्रकार की परीक्षा का नाटक करने से बेहतर है कि गहलोत सरकार अपने कांग्रेस के पदाधिकारियों को ही परीक्षा से जुड़े आवेदन दे और उनसे ही चयन करवा लें, कि किसे नौकरी देनी है और किसे नहीं. शर्मा ने कहा कि रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में भी कांग्रेस का ही बत्ती लाल मीणा सामने आया था. ग्राम विकास परीक्षा में पेपर लीक (VDO Exam Paper Leak) का जो मामला सामने आया उसमें भी एनएसयूआई के पदाधिकारियों की भूमिका संदिग्ध होना सामने आ रहा है. शर्मा ने कहा परीक्षा के जरिए बेरोजगारों को नौकरी देने का दिखावा कांग्रेस की सरकार जरूर करती है लेकिन युवा सब समझ चुके है.
भाजयुमो ने बड़ी चौपड़ पर किया प्रदर्शन : जयपुर शहर भाजयुमो अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पूर्वंशी के नेतृत्व में इसी मामले को लेकर बड़ी चौपड़ पर विरोध प्रदर्शन किया गया. मोर्चा कार्यकर्ताओं ने ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा पेपर लीक मामले में एनएसयूआई पदाधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग कर डाली.
कोविड-19 से मौतों के आंकड़ों को जनता के सामने लाए सरकार : वहीं विधायक रामलाल शर्मा ने कोविड-19 से मौतों के आंकड़े पर सवाल उठाएं- शर्मा ने कहा कि जिस तरह सरकार ने मौतों के आंकड़ों को छुपाने का काम किया वो अब उजागर हो रहा है. सरकार ने जो घोषणा की और अब नगर निगम जो मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर रहा है और सामाजिक अधिकारिता विभाग के पेंशन में जो बढ़ोतरी हुई है. वो आंकड़े अलग-अलग है. शर्मा ने कहा कि सरकार को चाहिए कि जनता के सामने कोरोना से हुई मौत का सही आंकड़ा रखें.