जयपुर. कोटा के जेके लोन अस्पताल में 9 नवजात की मौत (death of 9 children in JK Lone) होने के मामले पर सियासत गरमाती जा रही है. इसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर बना हुआ है. सोशल मीडिया पर BJP प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सांसद हनुमान बेनीवाल ने सरकार को आड़े हाथों लिया. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सूबे के चिकित्सा मंत्री डॉक्टरों की भाषा बोल रहे हैं. कटारिया ने सरकार से मांग कि है कि जांच पेश कर कसूरवारों पर 4 दिन में कार्रवाई करें.
बीते साल नवंबर-दिसंबर में 35 दिनों में 107 बच्चों की मौत और अब 24 घंटे में 9 नवजात बच्चों की मौत के बाद अब एक बार फिर प्रदेश की सियासत गरमाने लगी है. एक ओर सूबे के चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की है. वहीं विपक्ष ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं.
कटारिया ने की 4 दिन में कार्रवाई की मांग
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Leader of Opposition Gulabchand Kataria) ने कहा कि ये ह्रदय विदारक घटना है. ऐसी घटना पिछले साल भी हुई, तब कहा गया कि जांच होगी पर दुर्भाग्य है कि तब जो रिपोर्ट तैयार हुई पता नहीं किसने देखी और क्या कार्रवाई हुई. इस बार भी मंत्री डॉक्टरों की भाषा बोल रहे हैं, ये बताने को तैयार नहीं कि रिपोर्ट आई है या नहीं. उन्होंने चिकित्सा मंत्री से जांच के बाद जो पक्ष सामने आए, उन्हें पेश करने, कसूरवारों पर 4 दिन में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की.
पूनिया ने कहा- जागो सरकार! जागो, नहीं तो भागो
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दुर्भाग्य पूर्ण है @INCIndia
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) December 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
की @ashokgehlot51सरकार की संवेदनहीनता की हद है,आज
कोटा के सरकारी अस्पताल में 8 घंटे में 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई,पिछले साल यहीं 35 दिन में 107 बच्चों की मौत हुई थी,फिर भी सरकार नहीं चेती,जागो सरकार जागो,नहीं तो भागो।@BJP4India@BJP4Rajasthan
">दुर्भाग्य पूर्ण है @INCIndia
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) December 10, 2020
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कोटा के सरकारी अस्पताल में 8 घंटे में 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई,पिछले साल यहीं 35 दिन में 107 बच्चों की मौत हुई थी,फिर भी सरकार नहीं चेती,जागो सरकार जागो,नहीं तो भागो।@BJP4India@BJP4Rajasthan
वहीं सोशल मीडिया पर भी राज्य सरकार (BJP targeted Gehlot Government) बीजेपी नेताओं के निशाने पर है. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार की संवेदनहीनता की हद है. कोटा में सरकारी अस्पताल में 8 घंटे में 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई. पिछले साल 35 दिनों में 107 बच्चों की मौत हुई थी. फिर भी सरकार नहीं चेती. जागो सरकार! जागो, नहीं तो भागो.
राजस्थान सरकार और अस्पताल प्रशासन जिम्मेदार इसके लिए जिम्मेदार: शेखावत
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कोटा के जेके लोन अस्पताल में 8 घंटे में 9 नवजातों की मृत्यु हृदय विदारक है।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) December 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अक्षमता की पर्याय बन चुकी राजस्थान सरकार और अस्पताल प्रशासन दोनो इस दुर्घटना के लिए पूर्णतः ज़िम्मेदार है।
आशा है, राज्य सरकार पिछली बार से विपरीत इस बार संज्ञान लेगी, कार्यवाही करेगी और सुधार भी!
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— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) December 11, 2020
अक्षमता की पर्याय बन चुकी राजस्थान सरकार और अस्पताल प्रशासन दोनो इस दुर्घटना के लिए पूर्णतः ज़िम्मेदार है।
आशा है, राज्य सरकार पिछली बार से विपरीत इस बार संज्ञान लेगी, कार्यवाही करेगी और सुधार भी!कोटा के जेके लोन अस्पताल में 8 घंटे में 9 नवजातों की मृत्यु हृदय विदारक है।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) December 11, 2020
अक्षमता की पर्याय बन चुकी राजस्थान सरकार और अस्पताल प्रशासन दोनो इस दुर्घटना के लिए पूर्णतः ज़िम्मेदार है।
आशा है, राज्य सरकार पिछली बार से विपरीत इस बार संज्ञान लेगी, कार्यवाही करेगी और सुधार भी!
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने भी इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है और कहा कि अक्षमता की पर्याय बन चुकी राजस्थान सरकार और अस्पताल प्रशासन दोनों इस दुर्घटना के लिए पूर्णत: जिम्मेदार हैं. आशा है सरकार पिछली बार से विपरीत इस बार संज्ञान लेगी, कार्रवाई करेगी और सुधार भी.
बेनीवाल की CM को सलाह, कहा-माताओं के दिल के दर्द को महसूस करो
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.@ashokgehlot51 जी दिवगंत नवजातों की माताओं के दिल के दर्द को महसुस करो और मामले में जिम्मेदारी तय करो क्योंकि @RaghusharmaINC के बयानों से जनता संतुष्ट नही होगी,सैकड़ो नवजात इसी अस्पताल में पहले दम तोड़ चुके है ! आवश्यक संसाधन व स्टाफ उपलब्ध करवाने हेतु तुरन्त निर्देश जारी करे !
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 11, 2020
सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना को दुखद और शर्मनाक बताते हुए कहा कि इससे पहले सैकड़ों नवजात की मौत इसी अस्पताल में हुई, और आज तक उन मौतों की जिम्मेदारी तय तक नहीं कर पाए. उन्होंने सीएम अशोक गहलोत को टैग करते हुए लिखा कि दिवंगत नवजातों की माताओं के दिल के दर्द को महसूस करो और मामले में जिम्मेदारी तय करो क्योंकि रघु शर्मा के बयानों से जनता संतुष्ट नहीं होगी. सैकड़ों नवजात इसी अस्पताल में पहले भी दम तोड़ चुके हैं. आवश्यक संसाधन और स्टाफ उपलब्ध करवाने के लिए तुरंत निर्देश जारी करें.