जयपुर. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार भाजपा के निशाने पर है. चौथ का बरवाड़ा में पुलिस कस्टडी में हुई मौत के मामले में जहां उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह प्रमाणित हो चुका है क्यों प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई. राठौड ने सीएम गहलोत से गृहमंत्री के पद से इस्तीफा मांगा है.
राजेंद्र राठौड़ ने अपनी ट्वीट में लिखा है कि यह पहला मौका नहीं है. गहलोत सरकार के शासन में अब तक पुलिस कस्टडी में दर्जनभर से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. राठौड़ ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में मौत की घटना सरकार के मुंह पर करारा तमाचा है.
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राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में सत्ताधारी आकाओं के दबाव में निर्मम प्रशासन मूक है और निर्दोष लोगों पर पुलिसिया अत्याचार चरम पर है. पुलिस अभिरक्षा में बर्बर पिटाई से 1 दर्जन से ज्यादा मौतें हो चुकी है और अपराधियों की ओर से पुलिस को लगातार चुनौती दी जा रही है. राठौड़ ने राज्य सरकार से पुलिस कस्टडी में हुई मृत्यु की घटना की उच्चस्तरीय जांच करने और मृतक के परिवार को मुआवजा राशि दिये जाने की भी मांग की.
ऐसी खबरों को पढ़कर मेरा हृदय निश्चित होता है -वसुंधरा राजे
श्रीगंगानगर में नहर में कूदकर आत्महत्या करने वाली विवाहिता के मामले में भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है. वसुंधरा राजे ने अपने ट्वीट में लिखा कि ऐसी खबरों को पढ़कर मेरा हृदय विचलित हो उठता है. आज वाकई राजस्थान का आम आदमी चिंता में है क्योंकि जब कानून के रक्षक ही मां बहनों की अस्मत के भक्षक बन जाएंगे और राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहेगी तो फिर बेटियों की सुरक्षा का जिम्मा कौन संभालेगा.