जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से चल रही जंग में अब राजस्थान में सियासत का वायरस घुस गया है, यही कारण है कि इस जंग के दौरान साथ-साथ दिखने वाले भाजपा और कांग्रेस के नेता अब अलग-थलग दिखने लगे हैं. आलम ये है कि मुख्यमंत्री की तारीफ करने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ही अब गहलोत सरकार पर राशन वितरण में तुष्टीकरण और कांग्रेसीकरण का आरोप भी लगा रहे हैं.
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पूनिया के अनुसार कांग्रेस विधायकों ने प्रशासन पर दबाव बनाया और राशन सामग्री वितरण में भेदभाव किया, जो गलत है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री एक तरफ तो सबको साथ में लेकर चलने की बात करते हैं, लेकिन तबलीगी जमात के कारण जो संक्रमण फैला उस पर एक्शन लेने के बजाय सरकार प्रतिदिन जारी होने वाली मेडिकल रिपोर्ट से ही तबलीगी शब्द हटा रही है.
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साइबर क्राइम के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही सरकार: पूनिया
पूनिया ने अपने जारी वक्तव्य में यह भी कहा कि सरकार साइबर अपराध के नाम पर चुन-चुन कर भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है, जबकि जो लोग कोरोना के संकट के बीच प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार को अपशब्द बोल रहे हैं उन्हें बख्शा जा रहा है, जो सरासर गलत है. पूनिया ने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा है कि वह इस मामले में संज्ञान ले वरना यह घटनाक्रम दूसरा रूप ना ले लें.