जयपुर. प्रदेश के 49 निकायों के चुनाव परिणाम मंगलवार को आएंगे, लेकिन उससे ठीक पहले भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी शुरु कर दी है. बांसवाड़ा और पाली में बाड़ेबंदी का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं, अन्य स्थानों पर भी यह प्रक्रिया जारी है. हालांकि, भाजपा नेता इसे बाड़ेबंदी ना कहकर चुनाव की रणनीति बनाना बता रहे हैं.
साथ ही इस बात का संदेह भी जता रहे हैं कि मौजूदा प्रदेश की कांग्रेस सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर अपना बोर्ड बनाने के लिए बीजेपी और उसकी विचारधारा से जुड़े पार्षदों को अपनी तरफ कर सकती है.
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प्रदेश भाजपा मीडिया विभाग के सह संयोजक नीरज जैन के अनुसार जिस प्रकार निकाय चुनाव में प्रदेश की गहलोत सरकार ने बार-बार परिवर्तन किया और निकाय प्रमुख के चुनाव की तारीख वार्ड पार्षदों के परिणाम आने के एक सप्ताह के बाद तय की. वो इस बात का सबूत है कि कांग्रेस की नियत में खोट है.
साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इसी नापाक इरादों और मंसूबों को देखते हुए अगर पार्टी अपने सभी प्रत्याशियों को एक स्थान पर एकजुट कर रही है तो उसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. नीरज जैन के अनुसार सभी प्रत्याशियों को इसलिए भी एक स्थान पर रखा गया है. जिससे उनसे बोर्ड बनने की स्थिति में विचार विमर्श कर आगामी रणनीति बनाई जा सके.