जयपुर. राज्यसभा चुनाव में वोट करना कांग्रेस के एक विधायक के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है. हम बात कर रहे हैं बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक वाजिब अली, जिन्होंने राज्यसभा के लिए ऑस्ट्रेलिया से आकर मतदान किया था. लेकिन उन पर कोविड-19 की गाइडलाइन को फॉलो नहीं करने के आरोप लग रहे हैं.
इस मामले में भाजपा की ओर से वाजिब अली पर धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की जा रही है. वहीं, इस मामले में विधायक वाजिब अली ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण का बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि मैंने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट का कोई उल्लंघन नहीं किया है, और भारत आने से पहले भी उन्होंने कोरोना का टेस्ट करवाया था.
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वहीं, विधानसभा पहुंचने के पहले भी कोरोना वायरस का टेस्ट करवाया गया. जिसकी रिपोर्ट दोनों जगह नेगेटिव आई थी. विधायक के अनुसार उन्हें वोट डालने का अधिकार भी है और कर्तव्य भी, ऐसे में उन्होंने राज्यसभा में अपना मतदान किया. वाजिब अली ने कहा कि भाजपा इस मामले पर राजनीति कर रही है, नहीं तो मध्य प्रदेश में तो कोरोना वायरस से संक्रमित विधायक ने भी मतदान विधानसभा में जाकर किया था.
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विधायक वाजिब अली ने कहा कि जब मध्य प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव MLA वोट डाल सकते हैं, तो फिर भाजपा उनको वोट डालने से क्यों रोक रही थी. वाजिब अली ने कहा कि बीजेपी के नेता अपनी हार से बौखला गए हैं, जिसके चलते इस तरह का बयान दे रहे हैं. दरअसल, राज्यसभा चुनाव में वोट देने के लिए विधायक वाजिब अली ऑस्ट्रेलिया से भारत आए थे, ऐसे में उन्हें पहले 14 दिन कॉरेंटाइन में रहना था. उन्होंने अपनी मां के बीमार होने का शपथ पत्र और होम क्वॉरेंटाइन रहने की बात कही थी.
लेकिन वह राज्यसभा के लिए मतदान करने विधानसभा पहुंच गए थे. विधायक मतदान देने के लिए एक बार तो लाइन में लग गए थे. लेकिन भाजपा के आपत्ति जताने के बाद उन्होंने पीपीई किट पहनकर मतदान किया. वहीं, अब इस मामले को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म है और बीजेपी विधायक वाजिब अली पर नियमों की अवहेलना करने का आरोप लगा रही है.