जयपुर. कोरोना संकट के बीच प्रदेश में चल रहे सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी राजनीतिक दलों के विधायकों-सांसदों से किए संवाद को भाजपा ने अच्छी पहल करार दिया है. साथ ही यह भी कहा है कि अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस महा संकट के दौरान सबको साथ में लेकर चलने की अपनी इच्छा भी प्रदर्शित करनी होगी.
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के अनुसार कोरोना महामारी से जंग तब ही जीती जा सकती है, जब केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर इस चुनौती का सामना करें. लेकिन जिस प्रकार की छींटाकशी प्रदेश सरकार के मंत्री समय-समय पर करते हैं, उससे वह माहौल नहीं बन पाता, जिसकी दरकार है.
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राठौड़ के अनुसार पिछले एक पखवाड़े में ऐसी कई घटनाएं हुई जो दुर्भाग्यपूर्ण है, इसलिए मुख्यमंत्री को अपना बड़ा मन रखना चाहिए. राठौर ने सोशल मीडिया पर छोटी मोटी टिप्पणियों को लेकर जिस प्रकार भाजपा नेताओं पर मुकदमे दर्ज हुए, उसे भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और यह भी कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा इस प्रकार के संवाद का फल तभी निकल सकता है, जब मुख्यमंत्री सबको साथ में लेकर चलने की अपनी प्रबल इच्छा शक्ति को व्यक्त करें.
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गौरतलब है कि रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के सभी विधायकों और सांसदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद कर उनके सुझाव लिए थे. जिसके बाद यह माना जा रहा है की संकट की इस काल में चल रहे, बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच का गतिरोध अब खत्म होने की कगार में है. हालांकि प्रतिपक्ष के उपनेता ने 20 पर सहमति जता दी है, लेकिन कुछ सुझाव भी मुख्यमंत्री को दिए हैं. जिससे मनों में आई खटास को भी दूर किया जा सके.