जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को पीसीसी में एक बार फिर भाजपा और आरएसएस पर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, पं. जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सरदार पटेल को उस जमाने में किसी को आरएसएस और बीजेपी ने रिकॉग्नाइज नहीं किया.
अब उनके नाम का दुरुपयोग करके देशवासियों को गुमराह करने का काम बीजेपी व आरएसएस कर रही हैं. उनका कहना रहा कि जब आजादी की जंग हुई थी, तब भाजपा व आरएसएस महात्मा गांधी को मानते ही नहीं थे. गहलोत ने कहा कि इनका कोई संबंध ना गांधी से हैं, ना सरदार पटेल से है, पर देश में वोटों की राजनीति में कामयाब होने के लिए यह दोनों महापुरुषों को सरदार पटेल को भी और गांधी को लेकर चल पड़े हैं.
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उन्होंने कहा कि हमें पब्लिक में इनको एक्सपोज करना पड़ेगा और नई पीढ़ी को इनकी हकीकत बतानी पड़ेगी कि इन्ही सरदार पटेल जिनका नाम मोदी बार-बार लेते हैं, गांधीजी की हत्या होने के बाद में उन्होंने ही आरएसएस पर प्रतिबंध लगाए थे.
नौजवानों की नौकरियां जा रही है
सीएम गहलोत ने कहा कि देश में वर्तमान में लोकतंत्र खतरे में है. केंद्र सरकार से कोई वर्ग खुश नहीं है. काम-धंधे डूब रहे हैं. नौकरियां लगनी तो दूर की बात, नौजवानों की नौकरियां जा तक रही है. आने वाला वक्त देश के अंदर बहुत कठिन होगा. देश के अंदर जिस तरह की अर्थव्यवस्था के हालात बने हुए हैं, ऐसे वक्त में महात्मा गांधी के सिद्धांत, उनकी नीतियां, उनके कार्यक्रम देश में शांति और भाईचारा कायम कर सकते हैं.
2 से 9 तक चलेगा कार्यक्रम
गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ चल रही है. उसके उपलक्ष्य में पीसीसी में बैठक हुई. सरकार व संगठन दोनों मिलकर अभी 2 अक्टूबर से 7 दिन का सप्ताह मनाएंगे और बाद में राज्य सरकार 150वीं जयंती को एक साल और मनाएगी. उनका कहना रहा कि आज जो हालात है देश के, उसमें हम चाहते हैं कि नई पीढ़ी तक महात्मा गांधी का व्यक्तित्व, उनका कृतित्व, उनकी सोच से नई पीढ़ी को हकीकत से अवगत करवाया जाए.