जयपुर. बीजेपी की प्री-बोर्ड मीटिंग में बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और जिला प्रभारी नारायण पंचारिया के सामने एक बार फिर पार्षदों ने समिति चेयरमैनों को बदलने के मुद्दे को उठाया. हालांकि, इस प्रकरण को बीजेपी मुख्यालय की चारदीवारी से बाहर निकलने से पहले ही दबा दिया (BJP decided not to raise committees chairmen issue) गया. इसके साथ ही मीटिंग में काम नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने, प्रत्येक वार्ड में 50 लाख के बजाय एक-एक करोड़ के विकास कार्य कराए जाने, प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत आवेदन से लेकर पट्टा जारी करने की समय सीमा तय करने के प्रस्ताव को पास कराने पर सहमति बनी.
18 अप्रैल यानी सोमवार को ग्रेटर नगर निगम की दूसरी साधारण सभा की बैठक होने जा रही (Greater Nagar Nigam second general meeting) है. इससे पहले रविवार को बीजेपी मुख्यालय पर प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, शहर प्रभारी नारायण पंचारिया और शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने बीजेपी पार्षदों की क्लास लगाई. इस दौरान वार्ड पार्षदों खासकर विद्याधर नगर जोन के पार्षदों की ओर से उठाई गई चेयरमैनों को बदलने की मांग का मुद्दा उठा. जिसे नगर पालिका अधिनियम में प्रावधान नहीं होने और पार्षदों से समझाइश करने के बाद खत्म किया गया.
प्री-बोर्ड मीटिंग के बाद नारायण पंचारिया ने कहा कि निगम की तरफ से जो एजेंडा आया है, उस पर बीजेपी पार्षदों और बीजेपी समर्थित पार्षदों से चर्चा की गई. बीजेपी पार्षदों के मन मस्तिष्क में यही बात है कि ग्रेटर निगम क्षेत्र में किस तरह से विकास कार्य किए जाएं. वहीं अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि ये मीटिंग सकारात्मक वातावरण में हुई है. राजस्थान सरकार बीजेपी बोर्ड को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. कभी अधिकारियों के माध्यम से तो कभी कार्य को रोकने का काम करते हैं. यही नहीं दो निगम बनाए गए, 250 वार्ड बनाए गए, लेकिन इसके हिसाब से सफाई कर्मचारियों और संसाधनों को उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसका खामियाजा शहर की आम जनता भुगत रही है. लेकिन सोमवार को बोर्ड मीटिंग में चर्चा कर सरकार को बाध्य करेंगे कि सरकार विकास कार्य में किसी तरह का रोड़ा ना अटकाए. चतुर्वेदी ने कहा कि आज प्री-बोर्ड मीटिंग में कुछ एक पार्षदों को छोड़कर सभी मौजूद थे. जहां तक समितियों के चेयरमैन बदलने का विषय है, इसे सिरे से खारिज करने का काम किया गया है.
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इस दौरान प्री-बोर्ड मीटिंग को लेकर उद्यान समिति की चेयरमैन राखी राठौड़ को मीडिया ब्रीफ करने की जिम्मेदारी सौंपी गई. उन्होंने बताया कि जयपुर शहर के विकास कार्य के लिए सभी पार्षद कटिबद्ध हैं. मीटिंग में तय किया गया कि सभी पार्षद एक मुखी रहें. हालांकि उन्होंने कहा कि एक परिवार में यदि कोई विवाद होता है, तो उसे आपसी बात से सुलझाया जाता है. जहां तक पार्षदों की ओर से उठाए गए चेयरमैन बदलने का मुद्दा है, तो उसे भी निस्तारित कर दिया गया है. चेयरमैंस की कुछ लिमिटेशन होती है, लेकिन संवाद के साथ इस प्रकरण को खत्म कर दिया गया है. वहीं महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि जनहित के मुद्दों को एजेंडे में शामिल किया गया है. जिन्हें पारित कर विकास कार्यों को एक नई दिशा देनी है. मीटिंग में पहला एजेंडा ही सफाई से जुड़ा है, इसमें विभिन्न जोन का अलग-अलग कचरा संग्रहण और अस्थाई सफाई कर्मचारी लगाने के मुद्दे प्रमुख हैं.
बैठक के एजेंडे :
- सफाई कार्य योजना- सात जोन के लिए अलग-अलग जोनवार घर-घर कचरा संग्रहण से कचरागाह तक कचरा परिवहन कार्य की निविदा को लेकर जारी प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति
- जॉब बेसिस पर एजेंसी के माध्यम से अस्थाई श्रमिकों की आपूर्ति के लिए बोर्ड स्वीकृति के लिए आमंत्रित की गई ई-निविदा की कार्योत्तर स्वीकृति प्रदान कर सफाई व्यवस्था के लिए प्रत्येक वार्ड में 7-7 अतिरिक्त अस्थाई अकुशल सफाई श्रमिकों को लगाये जाने की स्वीकृति जारी किए जाने पर फैसला लेने के लिए.
- निगम की प्रशासनिक कार्य प्रणाली के सरलीकरण के प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए.
- प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के अन्तर्गत ज्यादा से ज्यादा जनता को लाभान्वित करने ले लिए अब तक की प्रगति और जन प्रतिनिधियों का सहयोग लेने के लिए चर्चा.
- पार्षदों से मिले सुझाव के अनुसार : वार्डों में कराये गये 50 लाख और 5 लाख के विकास कार्यों की वर्तमान स्थिति के संबंध में, आगामी वर्ष 2022-23 में प्रत्येक वार्ड में कराये जाने वाले 50 लाख के विकास कार्यों के संबंध में, सीवरेज लाईनों की सफाई व्यवस्था, नालों का सफाई कार्य और रोशनी व्यवस्था में आवश्यक सुधार करने के संबंध में.