जयपुर. लोकसभा और राज्यसभा में पारित हुए कृषि सुधार से जुड़े विधेयक पर सियासत जारी है. विधेयक के खिलाफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस यू टर्न लेने में माहिर है. वहीं प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत डोटासरा ज्ञापन के जरिए अब प्रदेश के किसानों को गुमराह कर रहे हैं.
सतीश पूनिया ने कहा कि जिन बिलों का कांग्रेस विरोध कर रही है. पहले इन फैसलों को खुद कांग्रेस ही लागू करना चाहती थी और अपने घोषणापत्र में इसका जिक्र भी किया था. आज जिन विधेयक का विरोध कांग्रेस कर रही है, कुछ ऐसे ही फैसले जिन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार है, वहां पर लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मतलब साफ है कि नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को गई. इसी राह पर कांग्रेस चल रही है.
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वहीं प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा राज्यपाल को ज्ञापन देकर प्रदेश के किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के किसानों के हित में और खुशहाली के लिए क्रांतिकारी कानून बनाया है, जिसके माध्यम से देश के किसानों की दशकों पुरानी मांग पूरी हुई है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में इस बात का उल्लेख था कि यदि सत्ता में आए तो कृषि उपज मंडी अधिनियम में आमूलचूल परिवर्तन करेंगे और पूरे देश के किसानों के लिए देशभर का बाजार एक करेंगे. अब कांग्रेस के नेता उसी से पलट रहे हैं और केंद्र सरकार के पास किए गए कानून का विरोध कर रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान का किसान जागरूक है और वो कांग्रेस नेताओं के बहकावे में नहीं आएगा और केंद्र सरकार के साथ खड़ा रहेगा.